शनि देव को सूर्य पुत्र के रूप में जाना जाता है, जो अपने भक्तों को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं और सही राह दिखाते हैं। उनकी कृपा से जीवन के सभी कष्ट समाप्त हो जाते हैं, और व्यक्ति को सुख, शांति और सफलता प्राप्त होती है। सूर्ये देव के लाल तुम भजन में शनि देव के दिव्य स्वरूप और उनकी महिमा का गुणगान किया गया है। आइए, इस भजन के माध्यम से उनकी भक्ति में रम जाएँ और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
Surye Dev Ke Lal Tum
सूर्ये देव के लाल तुम छाया माँ का नाम,
शनि देव जी आप को बारम बार परनाम
प्रभु जी बारम बार परनाम
प्रभु तुम्ही पराम्भ हो और तुम ही हो अंत,
न्याय के तुम देवता शीतल हो अत्यन्त,
शनि बार दिन आप का तुम को प्रिये दिल दे
घमंड और अभिमान पे कसते तुम ही नकेल
साढ़े साती के ररूप में लेते हो इम्तेहान,
बचा नही कोई आप से देवीया भगवान
ग्रहो में तूम श्रेष्ट हो उतम है अस्थान
देते हो सब आप ही ज्ञान मान समान
जो सुमिरे हनुमात्न को उस पे खुशहाल,
जो पूजे हनुमान को करते माला माल
जो पड़े शनि चालीसा उसका हो कल्याण
कलेह कलेश दूर हो उची हो पहचान
शनि देव की आराधना करने से जीवन में संतुलन और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। वे अपने भक्तों की रक्षा करते हैं और हर संकट से उबारते हैं। यदि यह भजन आपको प्रेरणादायक लगा, तो शनि चालीसा, शनि अष्टक, शनि स्तोत्र, और शनि देव की आरती को भी पढ़ें और शनि देव की असीम कृपा का अनुभव करें। 🙏
मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩