शनि देव रूठा रे आसमान टुटा

जब शनि देव रूठते हैं, तो जीवन में कठिनाइयाँ बढ़ जाती हैं और भाग्य का साथ कम होने लगता है। वे कर्मों के अनुसार फल देने वाले न्यायप्रिय देवता हैं, लेकिन उनकी कृपा प्राप्त करने वाला भक्त हर संकट से बच जाता है। शनि देव रूठा रे आसमान टूटा भजन शनि देव की महिमा और उनके प्रभाव को दर्शाता है, जो व्यक्ति को उसके कर्मों का सच्चा फल देते हैं। आइए, इस भजन के माध्यम से शनि देव की आराधना करें और उनकी कृपा प्राप्त करें।

Shani Dev Rutha Re Asaman Tuta

शनि देव रूठा रे आसमान टुटा
आज मेरे जीवन में हार हो गई
नसीब का फेरा उल्टा रे
शनि देव रूठा रे आसमान टुटा

शनी राजा ने माया दिखाई
हंस ने कैसे माला खाई
अप्धार किस का किस को सजा
कैसा ये नया झूठा रे
शनि देव रूठा रे आसमान टुटा

कल का राजा आज भिखारी कैसे हुआ रे मैं अविचारी
मैं सब का था कोई न मेरा
फूल बना आजा काँटा रे
शनि देव रूठा रे आसमान टुटा

राज महल श्मशान हुआ भाग जला भी वीरान हुआ है,
चारो तरफ से संकट का तूफ़ान ये कैसा उठा रे
शनि देव रूठा रे आसमान टुटा

नरक यातना सह नही सकता जी नही सकता मर नही सकता
इस हालत में जाऊ कहा मैं सब कुछ मेरा लुटा रे
शनि देव रूठा रे आसमान टुटा

शनि देव की उपासना करने से सभी बाधाएँ दूर होती हैं और व्यक्ति सही मार्ग पर अग्रसर होता है। उनकी कृपा से जीवन में संतुलन और समृद्धि आती है। यदि यह भजन आपको प्रेरणादायक लगा, तो शनि चालीसा, शनि अष्टक, शनि स्तोत्र, और शनि देव की आरती को भी पढ़ें और शनि देव की असीम कृपा का अनुभव करें। 🙏

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