भगवान शनि देव केवल दंड देने वाले ही नहीं, बल्कि भक्तों को उनके विकारों से मुक्त करके सही राह दिखाने वाले भी हैं। जब हम सच्चे मन से उनकी शरण में आते हैं, तो वे हमारे जीवन से अज्ञान, अहंकार और सभी नकारात्मक शक्तियों को दूर कर देते हैं। सारे विकारो से तू मुझको दूर कर दे बाबा भजन में इसी भाव को प्रकट किया गया है, जहाँ भक्त शनिदेव से अपनी आत्मा को शुद्ध करने की प्रार्थना करता है।
Saare Vikaro Se Tu Mujhko Dur Karde Baba
सारे विकारो से तू मुझको दूर कर दे बाबा,
निर्मल रूप दे कर मुझको करदे आबाद रे बाबा,
करदे आबाद रे बाबा,
सारे विकारो से तू मुझको…..
मैं तो सदा ही अकेला जगमे भटक रहा हु,
तेरी शरण में आया हु मैं अर्ज ये सुनले बाबा,
सारे विकारो से तू मुझको दूर कर दे बाबा,
तेरे भरोसे अपना जीवन बिता रहा हु,
मुझको गले लगा कर तू तो मुझसे निभा ले बाबा,
सारे विकारो से तू मुझको दूर कर दे बाबा,
तेरे बिना इस भव सागर में पार नहीं रे बाबा,
सपने संजोये जो भी मैंने करदे साकार तू बाबा,
सारे विकारो से तू मुझको दूर कर दे बाबा,
शनि देव की आराधना से मन की शुद्धि, आत्मिक बल और जीवन में संतुलन प्राप्त होता है। वे हमें हमारे दोषों से मुक्त कर सन्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं। यदि यह भजन आपको भक्तिभाव से भर दे, तो शनि चालीसा, शनि अष्टक, शनि स्तोत्र, और शनि देव की आरती को भी पढ़ें और शनि देव की असीम कृपा का अनुभव करें।

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩