ॐ नीलांजन समाभासं रवि पुत्रं यमाग्रजम

शनि देव, जिनका वर्णन शास्त्रों में न्याय और कर्मफलदाता के रूप में किया गया है, उनकी उपासना हर भक्त के लिए अत्यंत फलदायी मानी जाती है। ॐ नीलांजन समाभासं रवि पुत्रं यमाग्रजम भजन शनि देव की महिमा का अद्भुत वर्णन करता है और हमें उनकी कृपा प्राप्त करने का मार्ग दिखाता है। जब हम इस भजन को पढ़ते या करते हैं, तो हमारी श्रद्धा और आस्था और भी प्रगाढ़ होती है। आइए इस भजन के माध्यम से शनि देव की भक्ति में लीन हों।

Om Neelanjan Samabhasam Ravi Putram Yamagrajam

ॐ नीलांजन समाभासं रवि पुत्रं यमाग्रजम ।
छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम ।1।

ॐ नीलांजन समाभासं रवि पुत्रं यमाग्रजम ।
छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम ।2।

ॐ नीलांजन समाभासं रवि पुत्रं यमाग्रजम ।
छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम ।3।

शनि देव की कृपा प्राप्त करने के लिए उनके भजनों का अध्ययन और मनन अति आवश्यक है। उनकी उपासना से भक्तों के जीवन में सुख-शांति आती है और सभी बाधाएँ दूर होती हैं। अगर आपको यह भजन पसंद आया, तो शनि देव स्तुति, शनि चालीसा, शनि अष्टक, और शनि देव की आरती को भी पढ़ें और अपने जीवन में शनि देव की कृपा प्राप्त करें। 🙏

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