शनि देव अपने भक्तों के संकट हरने वाले और न्याय के प्रतीक देवता हैं। वे कर्मों के अनुसार फल देकर जीवन में संतुलन बनाए रखते हैं और भक्तों को सही राह दिखाते हैं। “जय जय शनि देव बलकारी” भजन उनकी महिमा का गुणगान करता है और हमें उनकी असीम शक्ति का अनुभव कराता है। यह भजन हमें उनकी उपासना की ओर प्रेरित करता है, जिससे हम उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुखमय बना सकें।
Jai Jai Shani Dev Balkari
कागा की करते हो असवारी,
जय जय शनि देव बलकारी,
जय शनि देवा बोलो जय शनि देवा,
नो नो ग्रहो में तुम शक्ति शाली,
दृष्टि से तुमरी डरते सभी,
साढ़ेसाती तुम्हारी है जब आती पूजन तुम्हारा तो करते सभी,
लोहा तिल तेल चढ़ाते सभी,
उड़द का भोग लगते सभी शनि देव तुमको मनाते सभी,
जय जय भुलाते है तुम्हारी,
जय जय शनि देव बलकारी,
सूरज के पुत्र हो छाया महतारी,
यम यमुना भाई बहन आप के,
दुःख संकट काटो मैं हु सताया शनि देव मुझको बचाना पाप से,
शनि वार मंदिर में आउ तेरे गुण गान शनि देव गाउ तेरे,
तिल तेल चरणों चड़ाउ तेरे ,
गुण तेरे गाये श्रिस्ति सारी,
जय जय शनि देव बलकारी,
कर्मो का नाये करे शनि देवा ढंड अधिकारी कहलाते है ये,
जैसा भी जिस ने कर्म किया हो फल उसको वैसा दिलाते है ये,
चरणों में आके तुम झुक जाना,
भगति में कर्ज ये कर जाना,
गुण शनि देव का सब गाना,
कलयुग में देवा तुम अवतारी,
जय जय शनि देव बलकारी,
शनि देव की कृपा से जीवन के कष्ट दूर होते हैं, और व्यक्ति को साहस और आत्मबल मिलता है। उनकी भक्ति हमें सन्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है। यदि यह भजन आपको भक्तिभाव से भर दे, तो शनि चालीसा, शनि अष्टक, शनि स्तोत्र, और शनि देव की आरती को भी पढ़ें और शनि देव की असीम कृपा का अनुभव करें। 🙏
मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩