सवारी महाकाल की आई भजन लिरिक्स

सवारी महाकाल की आई — यह भजन महाकाल की भव्यता, उनकी दिव्य सवारी और भक्तों पर उनकी कृपा को दर्शाता है। जब स्वयं महाकाल अपने भक्तों के बीच आते हैं, तो सारा वातावरण शिवमय हो जाता है। डमरू की गूंज, भक्तों के जयकारे और आस्था की लहर से उज्जैन नगरी महाकालमय हो उठती है। इस भजन के माध्यम से हम शिव की दिव्यता और उनके अनंत वैभव का अनुभव कर सकते हैं। आइए, इस अद्भुत भजन को पढ़कर महाकाल की महिमा का गुणगान करें।

Sawari Mahakal Ki Aayi

आओ प्यारे भक्तों,
भोले बाबा को मनाएं हम,
फूलों से सवारी,
महाकाल की सजाए हम,
करता धराशाई पापियों की चाल,
ऐसा न्याय प्रिय है मेरा महाकाल,
उज्जैन भ्रमण को निकले,
मेरे महाकाल,
सवारी महाकाल की आई,
सवारी महाकाल की आईं,
ॐ नम: शिवाय ॐ नम: शिवाय।1।

मल कर तन पर भस्मी,
वो तो पहने मृग की छाल,
मेरे महाकाल मेरे महाकाल,
आदि से आदि है वो,
अनंत महाकाल,
मेरे महाकाल मेरे महाकाल,
डमरू वाला देखो,
करे है कमाल,
सवारी महाकाल की आईं,
सवारी महाकाल की आईं,
ॐ नम: शिवाय ॐ नम: शिवाय।2।

करपूर गौरम करूणावतारम,
संसार सारम भुजगेन्द्र हारम,
सदा वसंतम हृदयारविंदे,
भवम भवानी सहितं नमामि।

कालो का भी काल वो तो,
मेरा महाकाल,
मेरे महाकाल मेरे महाकाल,
देखा हमने कई बार,
पापियों हाल,
मेरे महाकाल मेरे महाकाल,
अंग भभुति तिरपुंड लगाए हम,
सवारी महाकाल की आईं,
सवारी महाकाल की आईं,
ॐ नम: शिवाय ॐ नम: शिवाय।3।

आओ प्यारे भक्तों,
भोले बाबा को मनाएं हम,
फूलों से सवारी,
महाकाल की सजाए हम,
करता धराशाई पापियों की चाल,
ऐसा न्याय प्रिय है मेरा महाकाल,
उज्जैन भ्रमण को निकले,
मेरे महाकाल,
सवारी महाकाल की आई,
सवारी महाकाल की आईं,
ॐ नम: शिवाय ॐ नम: शिवाय।4।

महाकाल की सवारी मात्र एक दृश्य नहीं, बल्कि भक्तों के लिए मोक्ष का द्वार है। जब शिव स्वयं प्रकट होते हैं, तो हर कष्ट दूर हो जाता है, और भक्ति का महासागर उमड़ पड़ता है। यदि यह भजन आपको शिवमय बना रहा है, तो महाकाल की बारात में, उज्जैन का राजा महाकाल राजा, महाकाल के द्वार चले चलो, और भोले के दरबार से खाली नहीं जाएंगे जैसे अन्य भजनों को भी अवश्य करें। महाकाल की कृपा सदा आप पर बनी रहे! 🚩🙏 हर हर महादेव!

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