सानू खुशी मैया जी तुहाडे आवन दी राहवा विच फूल बरसावा मैं

जब माँ के आगमन का शुभ संकेत मिलता है, तो भक्त का हृदय आनंद और भक्ति से भर उठता है। सानू खुशी मैया जी तुहाडे आवन दी राहवा विच फूल बरसावा मैं भजन में यही भाव प्रकट होता है, जहां भक्त माँ के स्वागत में पुष्प अर्पित करता है और उनके आगमन की खुशी में भावविभोर हो जाता है। यह भजन माँ के प्रति प्रेम, श्रद्धा और समर्पण को दर्शाता है, जो हर भक्त के मन को भक्ति रस से भर देता है।

Sanu Khushi Maiya Ji Tuhade Aavan Di Rahava Vich Phul Barasava Mai

सानू खुशी मैया जी तुहाडे आवन दी,
राहवा विच फूल बरसावा मैं,
राहवा विच फूल बरसावा मैं,
मेरी मैया तो वारे वारे जावा मैं।1।

आज दिन बड़भागी आया ए,
मेरी मैया ने फेरा पाया ए,
नाले नचां ते नाले गावाँ मै,
राहवा विच फूल बरसावा मैं।2।

इस धरती दे भाग चंगे ने,
जिथे मैया ने डेरा लाया ए,
इस धरती दा मोल्ल की पावा मैं,
राहवा विच फूल बरसावा मैं।3।

असी तेरा दित्ता खाइये माँ,
तेनु दिल तों ना कदे वी भुलाइये माँ,
तेरा लख लख शुक्र मनावा मैं,
राहवा विच फूल बरसावा मैं।4।

सानू खुशी मैया जी तुहाडे आवन दी,
राहवा विच फूल बरसावा मैं,
राहवा विच फूल बरसावा मैं,
मेरी मैया तो वारे वारे जावा मैं।5।

माँ अपने भक्तों की पुकार सुनकर अवश्य पधारती हैं और अपने आशीर्वाद की वर्षा करती हैं। “सानू खुशी मैया जी तुहाडे आवन दी राहवा विच फूल बरसावा मैं” भजन माँ के स्वागत और उनकी कृपा का सुंदर चित्रण करता है। यदि यह भजन आपको भक्तिभाव से भर देता है, तो “आओ मात जी तुहाडा मंदर सजाया ऐ” भजन भी अवश्य सुनें, जिसमें माँ के आगमन की भव्यता और भक्तों के उल्लास का वर्णन किया गया है।

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