शिरडी केवल एक स्थान नहीं, बल्कि भक्तों के लिए साईं बाबा की कृपा और आशीर्वाद का दिव्य धाम है। वो शिरडी धाम है मेरा साईं बाबा भजन में इसी पावन भूमि की महिमा गाई गई है। जो भी सच्चे मन से शिरडी की यात्रा करता है, उसे वहां साईं बाबा की उपस्थिति का अहसास होता है। यह भजन भक्तों के मन में श्रद्धा, प्रेम और समर्पण का भाव जाग्रत करता है, जिससे वे साईं बाबा की कृपा के और भी निकट आ जाते हैं।
Vo Shirdi Dham Hai Mera
वो शिरडी धाम है मेरा,
जहाँ साई बाबा झोली डाले,
करते हर पल फेरा,
वो शिरडी धाम है मेरा,
वो शिर्डी धाम है मेरा,
जहाँ साई धुनि के साथ ही,
निकले पावन परम सवेरा,
वो शिर्डी धाम है मेरा,
वो शिर्डी धाम है मेरा।।
जहाँ सबका मालिक एक है बन्दे,
यही गूंजता नारा,
साई ओम साई ओम,
साई ओम साई ओम,
जहाँ सबके लिए खुला रहता है,
साई नाथ का द्वारा,
साई नाथ का द्वारा,
जहाँ भेद भाव नहीं कोई रहता,
रहे ना तेरा मेरा,
वो शिर्डी धाम है मेरा,
वो शिर्डी धाम है मेरा।।
जहाँ जल के दीपक साई जलाके,
दीपावली मनाई,
जहाँ जले निरन्तर पावन अग्नि,
वो है द्वारिका माई,
वो है द्वारिका माई,
जहाँ साई भभूति से कटता है,
सब के दुखो का घेरा,
वो शिर्डी धाम है मेरा,
वो शिर्डी धाम है मेरा।।
जहाँ साई नाथ ने भक्तजनो को,
अपने रूप दिखाए,
कही राम श्याम कही महादेव,
कही विष्णु रूप बन आए,
कही विष्णु रूप बन आए,
जहाँ स्वर्ग छोड़ के सारे देवता,
नित नित डाले डेरा,
वो शिर्डी धाम है मेरा,
वो शिर्डी धाम है मेरा।।
जहाँ डमरू ढोलक झाँझ मजीरे,
घंटे शंख पुकारे,
जहाँ दसों दिशाए द्वार पे आके,
साई नाम उच्चारे,
साई नाम उच्चारे,
जहाँ एक बार ही साई दर्श से,
कटे जन्मो का फेरा,
वो शिर्डी धाम है मेरा,
वो शिर्डी धाम है मेरा।।
जहाँ साई बाबा झोली डाले,
करते हर पल फेरा,
वो शिरडी धाम है मेरा,
वो शिर्डी धाम है मेरा,
जहाँ साई धुनि के साथ ही,
निकले पावन परम सवेरा,
वो शिर्डी धाम है मेरा,
वो शिर्डी धाम है मेरा।।
शिरडी धाम साईं बाबा की भक्ति और आशीर्वाद का केंद्र है, जहां हर भक्त को शांति और आत्मिक सुख की प्राप्ति होती है। यदि आप भी साईं बाबा की कृपा को अनुभव करना चाहते हैं, तो उनकी भक्ति में रमकर अन्य भजनों को भी पढ़ें, जैसे “कब शिरडी मुझे बुलाओगे साईं बाबा”, “ब्रह्मांड नायक पीरो का पीर, शिरडी में आया बनके फ़कीर”, “जो साईं शरण में रहते हैं” और “साईं नाम वाली लगन लगा दे, बना दे मोहे दीवाना”। साईं बाबा की महिमा का गुणगान करें और उनके प्रेम में लीन होकर अपने जीवन को धन्य बनाएं। 🙏✨
मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩