Shirdi Ke Swami Dekho Aaye Hai Pujari
शिरडी के स्वामी देखो आए है पुजारी,
भर दो मुरादों से ये झोलियाँ हमारी,
शिरडी के स्वामी देखो आए है पुजारी…….
पड़े हिरे मोती है तेरे खजाने में,
तेरे सिवा और नहीं अपना ज़माने में,
आजमा के देख लिया संसार सारा,
दुःख में ना साथ दिया किसी ने हमारा,
दिन हिन दुखियों के तुम हितकारी,
शिरडी के स्वामी देखो आए है पुजारी…….
सबके ही कांटो कर देते फूल हो,
क्यों फिर हमारी सुध लेना गए भूल हो,
पोंछ भी दो आंसू बाबा आके हमारे,
कर्जदार रहेंगे सदा ही तुम्हारे,
हमने तो महिमा सुनी बहुत तुम्हारी,
शिरडी के स्वामी देखो आए है पुजारी…….
तेरी दहलीज से ये सिर दिया जोड़ है,
नैया को तुम्हारे ही सहारे दिया छोड़ है,
दास्ताँ अपनी सुनाने को आए है,
तेरा निर्दोष प्यार पाने को आए है,
तारो हमें जैसे तारी दुनिया ये सारी,
शिरडी के स्वामी देखो आए है पुजारी…….
हमको भी साईं कुछ धुनि की भभूति दो,
मिटे अंधकार ऐसी करुणा की ज्योति दो,
खाली इस हाथ को सुखो से भर दो,
दुःख संताप सारे जिंदगी के हर लो,
हुई है मुसीबतों की गठरी भारी,
शिरडी के स्वामी देखो आए है पुजारी……

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म