Shirdi Ke Sai Daya Nidhan
साई का गाये गुणगान,
भक्तहृदालक प्रभु को प्रणाम….
शिरडी के साई दया निधान,
हो दाता तुम हो बड़े महान,
हो शिव का ही तो रूप तुम्हारा,
गाये सभी गुणगान,
शिरडी के साई दया निधान……
मानवता के तुम रखवारे,
हो मानवता के तुम रखवारे,
पूजे तुम्हे संसार,
शिरडी के साई दया निधान…..
तुम ही मेरे दर्द सवारों,
हो तुम ही मेरे दर्द सवारों,
नैय्या करा दो पार,
शिरडी के साई दया निधान……
मंदिर मस्जिद भेद ना जाने,
हो मंदिर मस्जिद भेद ना जाने,
सबके बनाये काम,
शिरडी के साई दया निधान……
श्रद्धा सबुरी तन से लगाऊ,
भाव सागर करू पार,
शिरडी के साई दया निधान……

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म