शिरडी के रहने वाले कहते हैं तुझको साईं भजन साईं बाबा की महिमा का गुणगान करता है। यह भजन हमें उनकी दिव्यता, करुणा और अपार कृपा का अहसास कराता है। जब भी कोई भक्त साईं बाबा के चरणों में आता है, तो उसे अपार शांति और सुख की अनुभूति होती है। यह भजन हमें बाबा के सान्निध्य में रहकर उनकी भक्ति में लीन होने के लिए प्रेरित करता है।
Shirdi Ke Rahane wale Kahate Hain Tujhko Sai Bhajan lyrics
शिरडी के रहने वाले,
कहते है तुझको साँई,
लाखो की बिगड़ी बनाई,
तूने लाखो की बिगड़ी बनाई ॥
श्लोक
जिस घर मे हो आरती,
चरण कमल चीत लाज,
वहाँ हरि वासा करे,
ज्योत अनंत जलाये,
जहाँ भक्त कीर्तन करे,
बहे प्रेम दरिया,
वहाँ हरी श्रवण करे,
सत्य लोक से आज,
सबकुछ दीन्हा आपने,
भेंट करूँ क्या नाथ,
नमस्कार की भेंट लो,
जोडु मे दोनो हाथ॥
शिरडी के रहने वाले कहते है तुझको साँई,
लाखो की बिगड़ी बनाई, तूने लाखो की बिगड़ी बनाई ॥
खाली ना लौटा कोई साई तेरे दर से,
मन की मूरादे मिली झोली भर भर के,
ऐसा लगाया तुने शिरडी मे मेला,
जो भी आया है उसने डाला है डेरा,
अपने भक्तो की साई तुमने लाज बचाई,
लाखो की बिगड़ी बनाई, तूने लाखो की बिगड़ी बनाई ॥
पानी से साई तुमने दिये जलाये,
अपने भक्तो को तुमने जलवे दिखाये,
तेरी शिरडी मे साई काशी और मथुरा,
तेरी शिरडी मे साई शिव का शिवाला,
शिरडी मे तुमने साई केसी रास रचाई,
लाखो की बिगड़ी बनाई, तूने लाखो की बिगड़ी बनाई ॥
तुम हो दयालु साई दया के सागर,
दया से भरदो मेरी भी गागर,
मै भी आया हूँ साई शरण तुम्हारी,
मेरी भी साई तु बिगड़ी बना दे,
तेरी किरपा हो मुझ पर मेरी है असली कमाई,
लाखो की बिगड़ी बनाई, तूने लाखो की बिगड़ी बनाई ॥
साईं बाबा की भक्ति करने से मन को शांति और आत्मा को सुकून मिलता है। उनकी लीलाओं का वर्णन करने वाले भजन हमारे जीवन में नई ऊर्जा भरते हैं। यदि यह भजन आपके मन को भा गया, तो “नीम की ठंडी छांव में बैठे मेरे साईं”, “साईं ओम साईं ओम हरी ओम हरी ओम”, “तुम दो कदम बढ़ो मैं दस कदम बढ़ूंगा”, “दरबार में शिर्डी वाले के दुख दर्द मिटाए जाते हैं” जैसे अन्य भजनों को भी अवश्य पढ़ें और साईं बाबा की कृपा का अनुभव करें। ????

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म