भक्ति की राह में जब मन अशांत हो, तो साँसों की माला पे सिमरूं मैं सांई राम जैसा भजन आत्मा को सुकून देता है। यह भजन हमें साईं बाबा के चरणों में समर्पित होने और हर सांस में उनका नाम जपने की प्रेरणा देता है। जब भी जीवन में कठिनाइयाँ आएं, इस भजन के बोल हमें विश्वास दिलाते हैं कि साईं बाबा हमेशा हमारे साथ हैं, हमें राह दिखाने के लिए।
Sanson Ki Mala Per Simaru Main Sai Ram Bhajan lyrics
श्लोक –
सांस आती है सांस जाती है,
सिर्फ मुझको है इंतजार तेरा,
आंसुओ की घटाए पी पी के,
अब तो कहता है यही प्यार मेरा।।
साँसों की माला पे सिमरूं मैं सांई राम,
साई को जपते जपते गुजरे मेरे सुबह श्याम,
अपने मन की मैं जानूँ और पी के मन की राम।।
साईं के रंग मे एसी दुबी हो गयी एक हि रुप,
साई के चरनो मे आया मेरी रुह को आराम,
साँसों की माला पे, सिमरूं मैं सांई राम।।
साईं सहारे मेने छोड़ी, अपनी जीवन डोर,
मेरी नैय्या चाहे डूबे, चाहे उतरे पार,
साँसों की माला पे, सिमरूं मैं सांई राम।।
साईं शरन मे जो कोई आवे होता है उध्धार,
करता हे मेरा साई सागर का बस नाम,
साँसों की माला पे, सिमरूं मैं सांई राम।।
साँसों की माला पे सिमरूं मैं सांई राम,
साई को जपते जपते गुजरे मेरे सुबह श्याम,
अपने मन की मैं जानूँ और पी के मन की राम।।
साईं बाबा की भक्ति में डूबकर हर भक्त को असीम शांति मिलती है। “साँसों की माला पे सिमरूं मैं सांई राम” जैसे भजनों को करने से मनोबल बढ़ता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। अगर आप साईं बाबा की भक्ति से जुड़ना चाहते हैं, तो “शिरडी के स्वामी देखो आए हैं पुजारी”, “साईं तेरी शिरडी का बड़ा सुंदर नजारा है”, “ले चलो रे पालकी शिरडी के लाल की” जैसे और भी सुंदर भजनों को करें और अपने मन को आध्यात्मिक शांति से भरें। ????✨

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म