Sai Tera Hi Naam
साईं तेरा ही नाम,
मैं रोज जपूं साईं तेरा ही नाम,
साईं तेरा ही नाम साईं तेरा ही नाम,
हर वक्त रटू साईं तेरा ही नाम…….
मेरी सुबह में तू,
मेरी शाम में तू,
मेरी उलझन में,
आराम में तू,
साईं तेरा ही नाम,
हर वक्त रटू साईं तेरा ही नाम….
मेरी कश्ती तू,
पतवार भी तू,
मेरी सांसों की,
रफ्तार भी तू,
साईं तेरा ही नाम,
हर वक्त रटू साईं तेरा ही नाम….
अब कर दो करम,
लाचार हूं मैं,
तेरी रहमत का,
तलबगार हूं मैं,
साईं तेरा ही नाम,
हर वक्त रटू साईं तेरा ही नाम ……
मेरे दिल में हैं,
तस्वीर तेरी,
जागी तुझ से,
तक़दीर मेरी,
साईं तेरा ही नाम,
हर वक्त रटू साईं तेरा ही नाम….
सावन तुझ से,
पतझड़ तुझ से,
ये धरती है,
पावन तुझ से,
साईं तेरा ही नाम,
हर वक्त रटू साईं तेरा ही नाम….
मैं एक लहर,
तू सागर है,
तुझ से रौशन,
मेरा जीवन है,
साईं तेरा ही नाम,
हर वक्त रटू साईं तेरा ही नाम…..
जब तुम रूठ गए,
मैं तो टूट गया,
तुम पास आए,
ये दिल झूम गया,
साईं तेरा ही नाम,
हर वक्त रटू साईं तेरा ही नाम…..
मैं तो तेरा हूं,
मुझे प्यार करो,
कहो मैं भी तेरा हूं,
मुझे लाड करो,
कहो मैं भी तेरा हूं,
मुझे लाड करो,
साईं तेरा ही नाम…..

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म