Sai Rahna Sath Mere
तेरी शरण जो आए, सोये भाग्य जगाए,
तेरी कृपा की धारा से , मन शीतल हो जाये,
तेरी शरण जो आए, सोये भाग्य जगाए,
तेरी कृपा की हरा से, मन शीतल हो जाये,
करूँ निरंतर तेरे ही ध्यान,
करूँ निरंतर तेरे ही ध्यान,
साई रहना साथ मेरे,
साई रहना साथ मेरे,
साई रहना साथ मेरे,
साई रहना साथ मेरे…..
श्रद्धा के पथ पर चलना तुमने सिखाया,
सैयम से पथ भ्रष्ट होने से हमको बचाया,
श्रद्धा के पथ पर चलना तुमने सिखाया,
सैयम से पथ भ्रष्ट होने से हमको बचाया,
श्रद्धा सबुरी से जीवन निर्मल किया,
तेरी भक्ति की डोर से बंधे,
साई रहना साथ मेरे,
साई रहना साथ मेरे,
साई रहना साथ मेरे,
साई रहना साथ मेरे,
साई रहना साथ मेरे,
साई रहना साथ मेरे,
साई रहना साथ मेरे,
साई रहना साथ मेरे……..

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म