साई ओम साई ओम हरी ओम हरी ओम भजन लिरिक्स

साई ओम साई ओम हरी ओम हरी ओम भजन साईं बाबा की कृपा, प्रेम और शांति का अद्भुत अनुभव कराता है। यह भजन सरल लेकिन प्रभावशाली मंत्रों से भरा हुआ है, जो मन को आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है। जब हम इस भजन को भाव से पढ़ते या करते हैं, तो ऐसा प्रतीत होता है कि साईं बाबा स्वयं हमें आशीर्वाद दे रहे हैं और हमारे सभी दुखों का निवारण कर रहे हैं।

Sai Om Sai Om Hari Om Hari Om Bhajan Lyrics

चन्दन का तूने तिलक लगाया
पानी से तूने दीपक जलाया,
दूर से देखा तो दीपक जला था,
वो तो अपना साई बाबा था,
शिरडी के बाबा साई रे,
हमें अपना दरश दिखलाइये।

साई ॐ साई ॐ हरी ॐ हरी ॐ।।

काशी भी देखि मथुरा भी देखि,
शिरडी ना देखि तो क्या तूने देखा,
दूर से देखा तो पत्थर पड़ा था,
वो तो अपना साई बाबा था,
शिरडी के बाबा साई रे,
हमें अपना दरश दिखलाइये।

साई ॐ साई ॐ हरी ॐ हरी ॐ।।

सत्य पे चलना तूने सिखाया,
कौन है अपना कौन पराया,
जीने की सच्ची राह दिखाई,
भक्ति की मन में ज्योत जगाई,
शिरडी के बाबा साई रे,
हमें अपना दरश दिखलाइये।

साई ॐ साई ॐ हरी ॐ हरी ॐ।।

शिरडी को तूने स्वर्ग बनाया,
श्रद्धा सबुरी का मन्त्र बताया,
तेरी महिमा की है बलिहारी,
पूज रहे है तुझे नर और नारी,
शिरडी के बाबा साई रे,
हमें अपना दरश दिखलाइये।

साई ॐ हरी ॐ साई ॐ हरी ॐ।।

अंधे को तूने ज्योति दिलाई,
भूखे को तूने रोटी दिलाई,
कोड़ी को तुमने काया दिलाई,
क्या कहु तेरी लीला है न्यारी,
शिरडी के बाबा साई रे,
हमें अपना दरश दिखलाइये।

साई ॐ हरी ॐ साई ॐ हरी ॐ।।

तेरे द्वारे पे भक्तो ने साई,
लंबी लंबी भीड़ लगाई,
प्रेम से सबको दर्शन देना,
प्यार से सबको आशीष देना,
शिरडी के बाबा साई रे,
हमें अपना दरश दिखलाइये।

साई ओम साईं ओम हरी ओम हरी ओम
साई ॐ हरी ॐ साई ॐ हरी ॐ।।

साईं बाबा की महिमा का गुणगान करना हर भक्त के लिए सौभाग्य की बात है। उनके भजनों से मन को असीम शांति और ऊर्जा मिलती है। अगर यह भजन आपको अच्छा लगा, तो “नीम की ठंडी छांव में बैठे मेरे साईं”, “दरबार में शिर्डी वाले के दुख दर्द मिटाए जाते हैं”, “ले चलो रे पालकी शिरडी के लाल की” जैसे अन्य भजनों को भी अवश्य पढ़ें और साईं बाबा की भक्ति में और अधिक लीन हो जाएं। 🙏

Share

Leave a comment