सांई मैं तेरी पतंग हवा में उड़ती जाउंगी भजन लिरिक्स

भक्ति की डोर जब साईं बाबा के हाथ में होती है, तो भक्त निडर होकर जीवन के आकाश में ऊँचाइयाँ छू सकता है। सांई मैं तेरी पतंग हवा में उड़ती जाऊंगी भजन भक्त की अटूट श्रद्धा और समर्पण को दर्शाता है, जहां वह स्वयं को साईं बाबा के हवाले कर देता है और उनकी कृपा से आगे बढ़ता है। यह भजन हमें सिखाता है कि जब जीवन की डोर साईं बाबा के हाथ में होती है, तब हर बाधा छोटी लगने लगती है, और मन साईं के प्रेम में झूमने लगता है।

Sai Main Teri Patang Hawa Me Udati Jaungi

सांई मैं तेरी पतंग,
बाबा मैं तेरी पतंग,
हवा में उड़ती जाउंगी,
बाबा डोर थामे रहना,
नहीं मैं कटती जाउंगी,
सांई मैं तेरी पतंग।।

बड़ी मुश्किल से मिला बाबा,
दरबार तुम्हारा है,
दरबार तुम्हारा है,
मुझे पग पग साई नाथ,
तेरा मिला सहारा है,
तेरा मिला सहारा है,
मैं तेरे ही भरोसे,
गगन में उड़ती जाउंगी,
बाबा डोर थामे रहना,
नहीं मैं कटती जाउंगी,
सांई मैं तेरी पतंग।।

साई चरण कमल से अपने,
मुझे दूर हटाओ ना,
बाबा दूर हटाओ ना,
प्रभु मोह और माया से,
मेरा पेंच लड़ाओ ना,
बाबा पेंच लड़ाओ ना,
जो कट गई तो साई,
फिर मैं लूटी जाउंगी,
बाबा डोर थामे रहना,
नहीं मैं कटती जाउंगी,
सांई मैं तेरी पतंग।।

मैंने तेरे दर पे आके,
एक अलख जगाई है,
बाबा अलख जगाई है,
हो नजरें करम मुझ पर भी,
मेरे साई सरकार की,
मेरे साई सरकार की,
लहरा लहरा चरणों में,
साईं वारि वारि जाउंगी,
बाबा डोर थामे रहना,
नहीं मैं कटती जाउंगी,
सांई मैं तेरी पतंग।।

सांई मैं तेरी पतंग,
बाबा मैं तेरी पतंग,
हवा में उड़ती जाउंगी,
बाबा डोर थामे रहना,
नहीं मैं कटती जाउंगी,
सांई मैं तेरी पतंग।।

साईं बाबा के चरणों में समर्पण ही सच्ची भक्ति की पहचान है। जब हम खुद को साईं बाबा के हवाले कर देते हैं, तो वे हमें सही दिशा में आगे बढ़ाते हैं और जीवन के हर तूफान से बचाते हैं। उनकी अपार कृपा का अनुभव करने के लिए अन्य भजनों को भी पढ़ें, जैसे “साईं तेरी याद महा सुखदाई”, “चलो चलो साईं के दरबार में, जी चलो शिर्डी एक बार”, “मेरी विनती यही है साईं देवा, कृपा बरसाए रखना” और “साईं इतना रहम कीजिए, लाज दुखिया की रख लीजिए”। साईं बाबा की भक्ति में डूबकर उनकी कृपा का अनुभव करें और अपने जीवन को शांति और प्रेम से भरें। 🙏✨

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