Sai Kalyug Ke Avtari Hai
साईं नाथ, साईं नाथ,
साईं नाथ, साईं नाथ.,
साईं कलयुग के अवतारी हैं,
साईं जग के पालनहारे हैं,
साईं ने कर्म जब अपना किया,
बिन मांगे सब साईं ने दिया,
बिन मांगे सब साईं ने दिया,
साईं नाथ, साईं नाथ,
साईं नाथ, साईं नाथ……….
जिसने साईं का ध्यान किया,
साईं नाम का अमृतपान उसने पीया,
सब रोग शोक साईं ने हरे,
रहे कष्ट सदा भक्तों से परे,
रहे कष्ट सदा भक्तों से परे,
साईं नाथ, साईं नाथ,
साईं नाथ, साईं नाथ……….
हम सारे किस्मत वाले हैं,
श्री साईं के चाहने वाले हैं,
साईं की रहमत हमें मिली,
खुशियों की सभी कलियां है खिली,
जीवन अर्पण चरणों में किया,
बिन मांगे सब साईं ने दिया,
बिन मांगे सब साईं ने दिया,
साईं नाथ, साईं नाथ,
साईं नाथ, साईं नाथ……….
भक्ति साईं जी की फलदाई,
जीवन में सुख सारे लाई,
मन की बातें साईं जाने,
अपना सबको साईं माने,
अपना सबको साईं माने……
महिमा साईं की निराली है,
कोई दर से ना लौटा खाली है,
साईं ने खुशियां लौटाई,
मुस्कान लबों पर है आई,
गुलजार चमन सुना है किया,
बिन मांगे सब साईं ने दिया,
बिन मांगे सब साईं ने दिया,
साईं नाथ, साईं नाथ,
साईं नाथ, साईं नाथ……….
साईं की सेवा में जो लगा,
उसका है नसीबा पल में जगा,
साईं का दर सबसे प्यारा,
अंधियारों में दे उजियारा,
अंधियारों में दे उजियारा…..
दर साईं के उसकी जीत हुई,
जो भी इस जग से है हारा,
साईं सबका रखवाला है,
साईं ही दीन दयाला है,
लौ साईं से जो लगाई है,
खुशहाली की राहें पाई हैं,
साईं ने सभी पे उपकार किया,
बिन मांगे सब साईं ने दिया,
बिन मांगे सब साईं ने दिया,
साईं नाथ, साईं नाथ,
साईं नाथ, साईं नाथ……….
साईं कलयुग के अवतारी हैं,
साईं जग के पालनहारे हैं,
साईं ने कर्म जब अपना किया,
बिन मांगे सब साईं ने दिया,
बिन मांगे सब साईं ने दिया,
साईं नाथ, साईं नाथ,
साईं नाथ, साईं नाथ……….

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म