साईं बाबा के चरणों में समर्पण करना, उनकी कृपा और आशीर्वाद को पाने का सबसे सरल मार्ग है। साईं बाबा तेरा दर हो, झुका चरणों में सर हो भजन उसी सच्चे समर्पण की भावना को प्रकट करता है। जब भक्त साईं बाबा की शरण में आता है, तो उसके जीवन के सारे दुख-दर्द दूर हो जाते हैं और उसे शांति का अनुभव होता है। यह भजन हर श्रद्धालु को बाबा के प्रेम और करुणा का अहसास कराता है।
Sai Baba Tera Dar Ho Jhuka Charano Me Sir Ho Bhajan Lyrics
साईं बाबा तेरा दर हो,
झुका चरणों में सर हो,
मेरे सजदो में असर हो,
तेरी रहमत की नजर हो,
इल्तजा इतनी सी अब,
सुन ले साईं नाथ
साईं नाथ मेरे साईं नाथ,
मेरे साईं नाथ साईं नाथ।।
तेरे दम पे जिंदा हूं,
तेरे दर पे मरू साईं,
हर जनम तेरे दर की,
सेवा मैं करूं साईं,
लाख गहरा हो गम का,
सागर ना डरु साईं,
हाथ तेरा सर पर हो,
तिनके से तरू साईं,
मेरे जज्बात में तुम हो,
मेरे दिन रात तुम हो,
मेरी हर बात में तुम हो,
मेरे हर साथ में तुम हो,
इल्तजा इतनी सी अब,
सुन ले साईं नाथ
साईं नाथ मेरे साईं नाथ,
मेरे साईं नाथ साईं नाथ।।
तेरे करम से बंजर में भी,
फसल लहराई,
मंजिले तेरे करम से,
अंधों को नजर आई,
नाम तेरा दिल की हर,
धड़कन में लिखा साईं,
हुकुम तेरे से,
मुर्दों ने जिंदगी पाई,
तेरा जोगी बन जाऊं,
नाम से तेरे खाऊं
सामने तुझको पाऊ,
पल तुझे भूल ना पाऊं
इल्तजा इतनी सी अब,
सुन ले साईं नाथ
साईं नाथ मेरे साईं नाथ,
मेरे साईं नाथ साईं नाथ।।
भेद ना जानूं मैं किस्मत की,
इन लकीरों का,
फैसला तेरे हाथों में,
मेरी तकदीरों का,
न हीं दौलत की भूख है,
न सपना जगीरो का,
सेवा भक्ति चाहूं और,
चाहूं संग फकीरों का,
मेरी आवाज में तुम हो,
मेरे हर सांज में तुम हो
मेरे हर राज में तुम हो,
मेरे आगाज में तुम हो,
इल्तजा इतनी सी अब,
सुन ले साईं नाथ
साईं नाथ मेरे साईं नाथ,
मेरे साईं नाथ साईं नाथ।।
साईं बाबा तेरा दर हो,
झुका चरणों में सर हो,
मेरे सजदो में असर हो,
तेरी रहमत की नजर हो,
इल्तजा इतनी सी अब,
सुन ले साईं नाथ
साईं नाथ मेरे साईं नाथ,
मेरे साईं नाथ साईं नाथ।।
साईं बाबा के भजनों में जो शक्ति है, वह हर दुख को हरने वाली और मन को शांति देने वाली है। जब हम साईं बाबा के चरणों में सिर झुकाते हैं, तो हमें अपार सुख और संतोष की अनुभूति होती है। अगर आप भी साईं बाबा की भक्ति में लीन होना चाहते हैं, तो इन भक्तिमय भजनों को भी करें: “बड़े भाग्य वाले हैं जिन्हें बाबा ने बुलाया है”, “शिरडी वाले साईं बाबा, आया है तेरे दर पे सवाली”, “साईं राम जपो, साईं श्याम जपो” और “भव सागर का किनारा है साईं बाबा”। साईं बाबा की कृपा आप पर बनी रहे! 🙏✨
मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩