Om Jay Sai Baba Aarti
ओम जय साईं बाबा प्रभु जय साईं बाबा।
चरण धूल तेरी मांगे सेवक जन दासा॥ ओम जय साईं बाबा…
सुंदर रूप तुम्हारा भक्तों के मन भाता।
जो भी स्वाली आता झोलियां भर जाता॥
नाम तुम्हारा ध्यावे सब सुख वो पाए।
तेरी कृपा से साईं सब दुख मिट जाए॥
कलयुग के अवतारी सगुण ब्रह्म साईं।
साईं दत्त दिगंबर हो प्यारे साईं॥
गुरुवार को जो भी मंदिर में आए।
श्रद्धा भाव से सुमरे सो दर्शन पाए॥
श्री साईं नाथ जी की आरती जो कोई गाए।
दास भगत कहे सो मनवांछित फल पाए॥
ओम जय साईं बाबा…

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म