नीम की ठंडी छांव में बैठे मेरे साईं भजन साईं बाबा के दिव्य स्वरूप और उनकी असीम कृपा को दर्शाता है। शिरडी में जिस नीम के पेड़ के नीचे बाबा विराजमान होते थे, वह आज भी भक्तों के लिए श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है। इस भजन के माध्यम से हम बाबा की सादगी, करुणा और उनकी अपार महिमा का अनुभव कर सकते हैं। जब भी मन अशांत हो, तो इस भजन को पढ़ने या करने से मन को शांति और संतोष की अनुभूति होती है।
Neem Ki Thandi Chhav Me Baithe Mere Sai Bhajan Lyrics
नीम की ठंडी छाव में बैठे मेरे साई,
नीम है शिरडी गाँव में बैठे मेरे साई,
भक्तो दर्शन करलो, भक्तो दर्शन करलो।।
रूप है उसमे कितने समाये,
ईश्वर अल्लाह वो कहलाये,
साई के रंग रंग जाऊ बैठे मेरे साई,
नीम है शिरडी गाँव में बैठे मेरे साई,
भक्तो दर्शन करलो, भक्तो दर्शन करलो।।
द्वार पे उनके जो भी जाये,
मन वांछित फल पाकर आये,
चरण धूल कब पाउ बैठे मेरे साई,
नीम है शिरडी गाँव में बैठे मेरे साई,
भक्तो दर्शन करलो, भक्तो दर्शन करलो।।
वो तो दया के सागर भगवन,
उनकी भक्ति सबसे पावन,
भक्ति में रम जाऊ बैठे मेरे साई,
नीम है शिरडी गाँव में बैठे मेरे साई,
भक्तो दर्शन करलो, भक्तो दर्शन करलो।।
मन का पंछी व्याकुल बोले,
साई सुमिरले साई का होले,
साई नाम रस पाउ बैठे मेरे साई,
नीम है शिरडी गाँव में बैठे मेरे साई,
भक्तो दर्शन करलो, भक्तो दर्शन करलो।।
नीम की ठंडी छाव में बैठे मेरे साई,
नीम है शिरडी गाँव में बैठे मेरे साई,
भक्तो दर्शन करलो, भक्तो दर्शन करलो।।
साईं बाबा की महिमा और उनकी छत्रछाया में आने का सौभाग्य हर किसी को नहीं मिलता, लेकिन जो भी साईं की भक्ति में लीन होता है, वह बाबा की कृपा से हर कठिनाई को पार कर लेता है। यदि यह भजन आपके हृदय को छू गया, तो “दरबार में शिर्डी वाले के दुख दर्द मिटाए जाते हैं”, “ले चलो रे पालकी शिरडी के लाल की”, “साईं तेरी शिरडी का बड़ा सुंदर नज़ारा है” जैसे अन्य भजनों को भी जरूर पढ़ें और साईं बाबा की भक्ति में और अधिक रम जाएं। ????

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म