मनुष जनम अनमोल रे, मिट्टी में ना रोल रे भजन हमें यह याद दिलाता है कि मानव जीवन बहुमूल्य है और इसे व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए। यह भजन साईं बाबा की सीखों को दर्शाता है, जो हमें सच्चे मार्ग पर चलने और अपने जीवन को सार्थक बनाने की प्रेरणा देते हैं। जब हम इस भजन को पढ़ते या करते हैं, तो हमें आत्मविश्लेषण करने और सही दिशा में बढ़ने की शक्ति मिलती है।
Manush Janam Anamol Re Mitti Me Na Role Re Bhajan Lyrics
मनुष जनम अनमोल रे,
मिट्टी मे ना रोल रे,
अब जो मिला है फ़िर ना मिलेगा,
कभी नही कभी नही रे॥॥
ॐ साई नमो नमह,
श्री साई नमो नमह ॥॥
तु सत्संग मे आया कर,
गीत प्रभु के गाया कर,
साँझ सवेरे बेठ के बन्दे,
गीत प्रभु के गाया कर,
नही लगता कुछ मोल रे,
मिट्टी मे ना रोल रे,
अब जो मिला है फ़िर ना मिलेगा,
कभी नही कभी नही रे॥॥
तु है बूद बूद पानी का,
मत कर जोर जवानी का,
समझ समझ के क़दम रखो,
पता नही ज़िन्दगानी का,
सबसे मीठा बोल रे,
मिट्टी मे ना रोल रे,
अब जो मिला है फ़िर ना मिलेगा,
कभी नही कभी नही रे॥॥
मतलब का संसार है,
इसका क्या ऐतबार है,
सम्भल सम्भल के क़दम रखो,
फुल नही अंगार है,
मन की आँखे खोल रे,
मिट्टी मे ना रोल रे,
अब जो मिला है फ़िर ना मिलेगा,
कभी नही कभी नही रे॥॥
मनुष जनम अनमोल रे,
मिट्टी मे ना रोल रे,
अब जो मिला है फ़िर ना मिलेगा,
कभी नही कभी नही रे॥॥
ॐ साई नमो नमह श्री साई नमो नमह ॥॥
साईं बाबा के भजन न केवल भक्ति का मार्ग दिखाते हैं, बल्कि जीवन के महत्वपूर्ण संदेश भी देते हैं। यह भजन हमें जीवन का वास्तविक महत्व समझाने का कार्य करता है। यदि यह भजन आपके हृदय को छू गया हो, तो “साईं ओम साईं ओम हरी ओम हरी ओम”, “नीम की ठंडी छांव में बैठे मेरे साईं”, “तुम दो कदम बढ़ो मैं दस कदम बढ़ूंगा” जैसे अन्य भजनों को भी अवश्य पढ़ें और साईं बाबा की कृपा का अनुभव करें। ????

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म