Lagi Man Me Lagan Sai Pavan Ki
लगी मन में लगन साई पावन की,
लगी मन में लगन साई पावन की,
पावन की गुणगावन की,
पावन की गुणगावन की,
लगी मन में लगन साई पावन की,
भावत नाही बिन कछु तेरे,
भावत नाही बिन कछु तेरे,
भावत नाही बिन कछु तेरे,
भावत नाही बिन कछु तेरे,
राह तकु मैं तेरे आवन की,
राह तकु मैं तेरे आवन की,
लगी मन में लगन साई पावन की,
लगी मन में लगन साई पावन की…..
सुन साई बाबा मन यही चाहे,
सुन साई बाबा मन यही चाहे,
सुन साई बाबा मन यही चाहे,
सुन साई बाबा मन यही चाहे,
धूल बनू मैं तेरे आँगन की,
धूल बनू मैं तेरे आँगन की,
लगी मन में लगन साई पावन की,
लगी मन में लगन साई पावन की,
लगी मन में लगन साई पावन की…..
जाऊ कहाँ मैं तज दर तेरो,
जाऊ कहाँ मैं तज दर तेरो,
जाऊ कहाँ मैं तज दर तेरो,
जाऊ कहाँ मैं तज दर तेरो,
मर्ज़ी नहीं तेहजावन की,
मर्ज़ी नहीं तेहजावन की,
लगी मन में लगन साई पावन की,
लगी मन में लगन साई पावन की….
जीवन है साई तेरे भरोसे,
जीवन है साई तेरे भरोसे,
तेरे भरोसे तेरे भरोसे,
तेरे भरोसे तेरे भरोसे,
आस है केवल तेरे दर्शन की,
आस है केवल तेरे दर्शन की,
लगी मन में लगन साई पावन की,
लगी मन में लगन साई पावन की….

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म