कब शिरडी मुझे बुलाओगे साई बाबा भजन लिरिक्स

साईं बाबा के हर भक्त की सबसे बड़ी अभिलाषा होती है कि वह एक बार शिरडी जाकर उनके दरबार में हाज़िरी लगाए। कब शिरडी मुझे बुलाओगे साईं बाबा भजन इसी भाव को प्रकट करता है। जब भक्त का हृदय साईं बाबा की भक्ति से भर जाता है, तो वह अपनी हर सांस में साईं बाबा को याद करता है और उनसे प्रार्थना करता है कि वह भी बाबा के चरणों में जाकर उनकी कृपा और आशीर्वाद प्राप्त कर सके। यह भजन साईं बाबा की भक्ति और उनके दर्शनों की तड़प को दर्शाता है।

Kab Shirdi Mujhe Bulaoge

कब शिरडी मुझे बुलाओगे,
बुलाओ मेरे साईयाँ,
शिरडी वाले ओ शिरडी वाले,
शिरडी वाले ओ शिरडी वाले।।

रोक सके ना आँख के आंसू,
उमड़ उमड़ ये बरसे रे,
तुझ बिन कौन सुनेगा मेरी,
जाऊं कहाँ किस दर पे रे,
रूठ गई क्यों मुझसे बहारे,
बतादे मेरे साईयाँ,
शिरडी वाले ओ शिरडी वाले,
शिरडी वाले ओ शिरडी वाले।।

फूल खिला के खुशियों के यूँ,
ये क्या हुआ मुख मोड़ लिया,
हाथ पकड़ के चलने वाले,
काहे अकेला छोड़ दिया,
आशा जगाके चरण लगाके,
सताये क्यों रे साईयाँ,
शिरडी वाले ओ शिरडी वाले,
शिरडी वाले ओ शिरडी वाले।।

चाँद बिना क्या चांदनी रहती,
दीप बिना क्या बाती रे,
ये धरती शिरडी वाले बिन,
कैसे रहे मुस्काती रे,
फूल खिला दे फिर से हसा दे,
हसा दे मेरे साईयाँ,
शिरडी वाले ओ शिरडी वाले,
शिरडी वाले ओ शिरडी वाले।।

कब शिरडी मुझे बुलाओगे,
बुलाओ मेरे साईयाँ,
शिरडी वाले ओ शिरडी वाले,
शिरडी वाले ओ शिरडी वाले।।

साईं बाबा का प्रेम और आशीर्वाद पाने के लिए केवल शिरडी जाने की ही आवश्यकता नहीं, बल्कि सच्चे मन से उन्हें पुकारने भर से भी वह अपने भक्तों पर कृपा कर देते हैं। साईं भक्ति की इस मधुर भावना को और अधिक गहराई से समझने के लिए अन्य भजनों को भी पढ़ें, जैसे “ब्रह्मांड नायक पीरो का पीर, शिरडी में आया बनके फ़कीर”, “जो साईं शरण में रहते हैं”, “साईं नाम वाली लगन लगा दे, बना दे मोहे दीवाना” और “साईं उदी ये भक्तों क्या कमाल कर गई”। साईं बाबा की भक्ति में डूबकर उनकी कृपा का अनुभव करें और अपने जीवन को प्रेम, शांति और श्रद्धा से भरें। 🙏✨

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