Hey Sai Ram Hare Hare Krishna
हे साईं राम हे साईं राम, हे साईं राम हे साईं राम,
हरे हरे कृष्ण राधे राधे श्याम ||
चारो धाम मे एक ही नाम, हे साईं राम, हे साईं राम,
हे साईं राम, हे साईं राम, हर हरे कृष्ण, राधे राधे श्याम ||
तेरी भक्ति पे है अभिमान , हे साईं राम, हे साईं राम,
हे साईं राम, हे साईं राम, हरे हरे कृष्ण राधे राधे श्याम ||
तीनो लोक में तेरी शान, हे साईं राम, हे साईं राम,
हे साईं राम, हे साईं राम, हरे हरे कृष्ण राधे राधे श्याम ||
तेरे चरणों में सब है सामान , हे साईं राम, हे साईं राम,
हे साईं राम, हे साईं राम, हरे हरे कृष्ण राधे राधे श्याम ||
सब के बनये तू बिगड़े काम, हे साईं राम, हे साईं राम,
हे साईं राम, हे साईं राम, हरे हरे कृष्ण राधे राधे श्याम ||
होंटो पे नाम हैं सुबह और शाम, हे साईं राम, हे साईं राम,
हे साईं राम, हे साईं राम, हरे हरे कृष्ण राधे राधे श्याम ||
राम और श्याम तेरे ही नाम, हे साईं राम, हे साईं राम,
हे साईं राम, हे साईं राम, हरे हरे कृष्ण राधे राधे श्याम ||
जग को दीया तुन सही पैगाम, हर इंसा का एक मकाम
हे साईं राम, हे साईं राम, हरे हरे कृष्ण राधे राधे श्याम ||
जग को दीया तुन सही पैगाम, हे साईं राम, हे साईं राम
हे साईं राम, हे साईं राम, हरे हरे कृष्ण राधे राधे श्याम ||
भक्तो की भक्ति मेरे तुम हो महान, हे साईं राम, हे साईं राम,
हे साईं राम, हे साईं राम, हरे हरे कृष्ण राधे राधे श्याम ||
चारो धाम मे एक ही नाम, हे साईं राम, हे साईं राम,
हे साईं राम, हे साईं राम, हर हरे कृष्ण, राधे राधे श्याम ||
तेरी भक्ति पे है अभिमान, हे साईं राम, हे साईं राम,
हे साईं राम, हे साईं राम, हरे हरे कृष्ण राधे राधे श्याम ||
तीनो लोक में तेरी शान, हे साईं राम, हे साईं राम,
हे साईं राम, हे साईं राम, हरे हरे कृष्ण राधे राधे श्याम ||
तेरे चरणों में सब हैं सामान, हे साईं राम, हे साईं राम,
हे साईं राम, हे साईं राम, हरे हरे कृष्ण राधे राधे श्याम ||
होंटो पे नाम हैं सुबह और शाम, हे साईं राम, हे साईं राम,
हे साईं राम, हे साईं राम, हरे हरे कृष्ण राधे राधे श्याम ||
राम और श्याम तेरे ही नाम, हे साईं राम, हे साईं राम,
जग को दीया तुन सही पैगाम, हर इंसा का एक मकाम ||
हे साईं राम, हे साईं राम, हरे हरे कृष्ण राधे राधे श्याम ||
हे साईं राम, हे साईं राम,
हे साईं राम, हे साईं राम,
हरे हरे कृष्ण राधे राधे श्याम ||
हे साईं राम, हे साईं राम,
हरे हरे कृष्ण राधे राधे श्याम ||

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म