Bin Mange Diya Hai Mere Sai Ne
मेरा दामन था खाली, भरा साई ने,
बिन मांगे दिया है मेरे साई ने…..
मेरी रुसवाई उनको गवारा नहीं,
हर गम से बचाया मेरे साई ने,
बिन मांगे दिया है मेरे साई ने……
ज़माना ये दुश्मन सारा मेरा,
साथ मेरा दिया है मेरे साई ने,
बिन मांगे दिया है मेरे साई ने…..
आये तूफान लाख मुझे डर नहीं,
अपने हाथों से रोका मेरे साई ने,
बिन मांगे दिया है मेरे साई ने…..

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म