साईं बाबा श्लोक ऐसे दिव्य मंत्र हैं जो मन को एकाग्र करने, दुखों को हरने और आंतरिक शांति पाने में सहायक होते हैं। इन श्लोकों का नियमित पाठ न केवल आध्यात्मिक दृष्टिकोण से लाभकारी होता है, बल्कि भक्त और बाबा के बीच के संबंध को भी मजबूत करता है। आइए जानें कुछ प्रभावशाली Sai Baba Shloka और उनकी वाचन विधि-
Sai Baba Shloka
ॐ साईं राम॥
ॐ साईं गुरुवाय नम:॥
सबका मालिक एक है॥
ॐ साईं देवाय नम:॥
ॐ शिर्डी देवाय नम:॥
ॐ समाधिदेवाय नम:॥
ॐ सर्वदेवाय रूपाय नम:॥
ॐ शिर्डी वासाय विद्महे सच्चिदानंदाय,
धीमहि तन्नो साईं प्रचोदयात॥
ॐ अजर अमराय नम:॥
ॐ मालिकाय नम:॥
जय-जय साईं राम॥
ॐ फखिरदेवाय नमः॥
ॐ सर्वज्ञा सर्व देवता स्वरूप अवतारा.॥
ॐ परमानंद श्री शिरडी नाथाय नमः॥
सद्गुरु साईं नमो नम:॥
जय जय साईं नमो नम:॥
साईं नमो नम:॥
ॐ साईं नमो नम:॥
Sai Baba Shloka का पाठ आपको बाबा के साथ आत्मिक रूप से जोड़ता है और जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जाता है। अगर आप साईं बाबा से गहरा जुड़ाव बनाना चाहते हैं, तो “साईं बाबा स्तोत्रम्“, “साईं बाबा शेज आरती” और “साईं बाबा के 108 नाम” जैसे लेख भी अवश्य पढ़ें। इन लेखों में आपको साईं भक्ति से जुड़े मंत्र, आरती और साधना के अन्य रूप विस्तार से मिलेंगे।
Shirdi Sai Baba Shloka पाठ की विधि
Sai Baba Shloka Lyrics पाठ की विधि जानकर आप उनके आशीर्वाद को सहजता से प्राप्त कर सकते हैं। यह प्रक्रिया श्रद्धा और नियमपूर्वक पालन करने पर विशेष फलदायी होती है-
- समय चुनें: जप प्रातः सूर्योदय से पहले अथवा संध्या को सूर्यास्त के समय करना श्रेष्ठ होता है। विशेष रूप से गुरुवार को यह पाठ करने से बाबा की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
- तैयारी करें: पाठ से पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और पूजा स्थान की सफाई करें। साथ ही साईं बाबा की तस्वीर या मूर्ति के समक्ष दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
- आसन और मुद्रा: पूर्व दिशा की ओर मुख करके शांत मन से आसान पर बैठें, कमर और गर्दन सीधी रखें। ध्यान अवस्था में बैठकर बाबा का ध्यान करें, मन को एकाग्र करें।
- प्रारंभिक प्रार्थना: “ॐ श्री साईं नाथाय नमः” का 11 बार उच्चारण करें, यह प्रारंभिक शुद्धिकरण और बाबा का आह्वान है।
इसके पश्चात हाथ जोड़कर अपनी श्रद्धा व्यक्त करें। - श्लोक पाठ: अब ऊपर दिए गए Sai Baba Shloka in Sanskritकों में से किसी एक को या सभी को श्रद्धापूर्वक पढ़ें। हर श्लोक को कम से कम 11 बार या चाहें तो 108 बार माला के साथ जप करें।
- मनोकामना: श्लोक पाठ के बाद बाबा से अपनी मनोकामना हेतु प्रार्थना करें और अंत में “ॐ शांति शांति शांति” का तीन बार जाप करके पाठ पूर्ण करें और प्रसाद अर्पित करें।
- विशेष सुझाव: यदि संभव हो तो गुरुवार को पीले वस्त्र पहनें और चने की दाल या पीले फूल बाबा को चढ़ाएं। बाबा के श्लोकों का जप करते समय दिल से “श्रद्धा और सबूरी” को अपनाएं।
नियमित रूप से साईं बाबा श्लोक पाठ विधि का पालन करके आप साईं बाबा की कृपा और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन का अनुभव कर सकते हैं।
FAQ
क्या इन श्लोकों का उपयोग किसी व्रत या पूजा में होता है?
हाँ, यह श्लोक साईं व्रत, गुरुवार पूजा और आरती में प्रयोग होते हैं।
क्या साईं बाबा के श्लोक के साथ माला का उपयोग करना चाहिए?
अगर आप नियमित जप करते हैं तो माला से 108 बार जप करना अच्छा माना गया है।
क्या साईं बाबा के श्लोक जाप से लाभ होता है?
हाँ, यह मानसिक शांति, सकारात्मक ऊर्जा और आत्मविश्वास बढ़ाते हैं।
क्या इन श्लोकों को मोबाइल या ऑडियो से सुन सकते हैं?
हाँ, लेकिन ध्यानपूर्वक सुनना और समझना आवश्यक है।
मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩