Tu Charno Me Jhuk Ja Tera Hath Pakad Legi
तू चरणों में झुक जा तेरा हाथ पकड़ लेगी,
दादी तुझको अपने भगती में झकड लेगी
तू चरणों में झुक जा तेरा हाथ पकड़ लेगी
दादी के चरणों में बैकुंठ समाया है
जो झुका उसी ने ही सुख स्वर्ग का पाया है
जन्नत की सब खुशियाँ झोली में भर देगी
दादी तुझको अपने भगती में झकड लेगी
जिस घड़ी तू दादी के चरणों में झुक जाए
माथे की सब चिंता चोखट पे चढ़ जाए,
माँ मुक्ति तुझे सारे चिंता से कर देगी
दादी तुझको अपने भगती में झकड लेगी
चरनो की रज जिनके मस्तक पे लग जाती
दादी की हर्ष उन्हें किरपा ही मिल जाती
स्वाती दुखड़े तेरे दादी जी हर लेगी
दादी तुझको अपने भगती में झकड लेगी
मैं शिवप्रिया पंडित, माँ शक्ति का एक अनन्य भक्त और विंध्येश्वरी देवी, शैलपुत्री माता और चिंतापूर्णी माता की कृपा से प्रेरित एक आध्यात्मिक साधक हूँ। मेरा उद्देश्य माँ के भक्तों को उनके दिव्य स्वरूप, उपासना विधि और कृपा के महत्व से अवगत कराना है, ताकि वे अपनी श्रद्धा और भक्ति को और अधिक दृढ़ बना सकें। मेरे लेखों में इन देवी शक्तियों के स्तोत्र, चालीसा, आरती, मंत्र, कथा और पूजन विधियाँ शामिल होती हैं, ताकि हर भक्त माँ की आराधना सही विधि से कर सके और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भर सके। जय माता दी! View Profile 🙏🔱