Sada Suhagan Rakhna Maa
सदा सुहागन रखना माँ,
वर देना मुझे इतना माँ,
रहुँ अपने पति के साथ माँ केडसती,
अपनी शरण में रखना माँ,
इतनी किरपा करना माँ,
रहुँ अपने पति के साथ माँ केडसती….
मेहंदी,बाली,नथ और चुनड़ी,
माथे पे बिंदिया सजे,
इनके नाम का कुमकुम दादी
माँग में मेरी सजे,
करूँ सोलह सिणगार माँ,
सुख सौभाग्य का हार माँ
रहुँ अपने पति के साथ माँ केडसती….
दे दो आशीर्वाद यहीं माँ,
अटल सुहाग हमारा हो,
जन्मों जनम तक इक दूजे का,
दादी साथ हमारा हो
प्यार का बंधन टूटे ना,
साथ हमारा छूटे ना,
रहुँ अपने पति के साथ माँ केडसती….
दान दया का मुझको देना,
श्री चरणों में रख लेना माँ,
अपनी “मधु”की झोली सारी,
खुशियों से भर देना माँ,
अमर सुहागण रखना माँ,
सुख सौभाग्य का गहना माँ
रहुँ अपने पति के साथ माँ केडसती…..
सदा सुहागन रखना माँ,
वर देना मुझे इतना माँ
रहुँ अपने पति के साथ माँ केडसती
अपनी शरण में रखना माँ,
इतनी किरपा करना माँ
रहुँ अपने पति के साथ माँ केडसती….

मैं शिवप्रिया पंडित, माँ शक्ति का एक अनन्य भक्त और विंध्येश्वरी देवी, शैलपुत्री माता और चिंतापूर्णी माता की कृपा से प्रेरित एक आध्यात्मिक साधक हूँ। मेरा उद्देश्य माँ के भक्तों को उनके दिव्य स्वरूप, उपासना विधि और कृपा के महत्व से अवगत कराना है, ताकि वे अपनी श्रद्धा और भक्ति को और अधिक दृढ़ बना सकें। मेरे लेखों में इन देवी शक्तियों के स्तोत्र, चालीसा, आरती, मंत्र, कथा और पूजन विधियाँ शामिल होती हैं, ताकि हर भक्त माँ की आराधना सही विधि से कर सके और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भर सके। जय माता दी! View Profile