Maa Kar Solha Shringar Main Utsav Manaungi
हाथ में राचणी मेहँदी मैं आज रचाऊ गी,
माँ कर सोल्हा शृंगार मैं उत्सव मनाऊंगी,
घर का कोना कोना मैंने आज सजवाया,
दादी को जो लागे सूंदर वो हार बनवाया,
आजाओ दादी मैया मैं ज्योत जगाउंगी,
माँ कर सोल्हा शृंगार मैं तुझे रिजाऊंगी
मेरी ख़ुशी का माया सागर झलक गया,
बन गई मैं बड़भागान तेरा साथ मिल गया,
जी भर के बधाई बांटो खुशियां लुटाऊ गी,
माँ कर सोल्हा शृंगार मैं तुझे सजाऊंगी,
सब कुछ तुम्ही से दादी है इस संसार में,
जो कुछ भी मैंने पाया सब तेरे प्यार में,
गोपाल तेरे गुण गाये मैं रास रचाऊ गी,
माँ कर सोल्हा शृंगार मैं तुझे रिजाऊंगी
मैं शिवप्रिया पंडित, माँ शक्ति का एक अनन्य भक्त और विंध्येश्वरी देवी, शैलपुत्री माता और चिंतापूर्णी माता की कृपा से प्रेरित एक आध्यात्मिक साधक हूँ। मेरा उद्देश्य माँ के भक्तों को उनके दिव्य स्वरूप, उपासना विधि और कृपा के महत्व से अवगत कराना है, ताकि वे अपनी श्रद्धा और भक्ति को और अधिक दृढ़ बना सकें। मेरे लेखों में इन देवी शक्तियों के स्तोत्र, चालीसा, आरती, मंत्र, कथा और पूजन विधियाँ शामिल होती हैं, ताकि हर भक्त माँ की आराधना सही विधि से कर सके और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भर सके। जय माता दी! View Profile 🙏🔱