Jhunjhanu Se Chithi Aai
झुंझनू से चिठी आई दादी जी ने भेजा है ल
बोली बेटा मत घबराना जीवन अनमोल
दादी दादी बोल दादी दादी बोल
दुख दर्द सुन ले बेटे आना उसका काम है
जायेगा वो जल्दी वापिस मेरा ये ऐलान है
तेरे लिए रात मै जागु दिन भी तेरे नाम है
कर ले भरोषा बेटे आँखे तो खोल
दादी दादी बोल दादी दादी बोल.
देखना अंधेरा तेरे घर से मै मिटाऊँगी
मेरे दर पे तू आया तेरे घर भी आउंगी
तेरे ही लिए तो मैंने झुंझनू बसाई है
अपने मन की गहराई मे यही नाम घोल
दादी दादी बोल दादी दादी बोल
टाबरा के गम आने पे मा भी कभी सोती है
कैसे अब बताऊ तुझे चीज मा क्या होती है
चुनड़ी की छाव मे बेटे बेटियों को पाला है
कलेजे के टुकड़े मेरे पथ से ना डोल
दादी दादी बोल दादी दादी बोल.
मैं शिवप्रिया पंडित, माँ शक्ति का एक अनन्य भक्त और विंध्येश्वरी देवी, शैलपुत्री माता और चिंतापूर्णी माता की कृपा से प्रेरित एक आध्यात्मिक साधक हूँ। मेरा उद्देश्य माँ के भक्तों को उनके दिव्य स्वरूप, उपासना विधि और कृपा के महत्व से अवगत कराना है, ताकि वे अपनी श्रद्धा और भक्ति को और अधिक दृढ़ बना सकें। मेरे लेखों में इन देवी शक्तियों के स्तोत्र, चालीसा, आरती, मंत्र, कथा और पूजन विधियाँ शामिल होती हैं, ताकि हर भक्त माँ की आराधना सही विधि से कर सके और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भर सके। जय माता दी! View Profile 🙏🔱