Hume Pran Se Bhi Pyari Tu Chhajal Amari Maa
रहे भगतो के सिर पे सदा तेरी चुनडी माँ
हमे प्राण से भी प्यारी तू छाजल अमरी माँ
एक तो तेरा भवन रामघड दूजा फ़तेह पुर धाम
जिस ने शीश जुकाया आ कर उस के बन गए काम
दोनों है धाम तेरे है पावन नगरी माँ
हमे प्राण से भी प्यारी तू छाजल अमरी माँ
सेडूराम जी हरितवाल का तूने वंश बडाया,
सदा राम को तूने दादी सचा मार्ग दिखाया
आज भी कर्ज धार है हम सारे चोधरी माँ
हमे प्राण से भी प्यारी तू छाजल अमरी माँ
तेरी किरपा से मौज उड़ाते तेरे बेटे पोते
सोरव मधुकर चिंता कैसी दादी तेरे होते
तेरे ही चरणों में रखदी पगड़ी माँ
हमे प्राण से भी प्यारी तू छाजल अमरी माँ
मैं शिवप्रिया पंडित, माँ शक्ति का एक अनन्य भक्त और विंध्येश्वरी देवी, शैलपुत्री माता और चिंतापूर्णी माता की कृपा से प्रेरित एक आध्यात्मिक साधक हूँ। मेरा उद्देश्य माँ के भक्तों को उनके दिव्य स्वरूप, उपासना विधि और कृपा के महत्व से अवगत कराना है, ताकि वे अपनी श्रद्धा और भक्ति को और अधिक दृढ़ बना सकें। मेरे लेखों में इन देवी शक्तियों के स्तोत्र, चालीसा, आरती, मंत्र, कथा और पूजन विधियाँ शामिल होती हैं, ताकि हर भक्त माँ की आराधना सही विधि से कर सके और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भर सके। जय माता दी! View Profile 🙏🔱