Dadi Tharo Maaro Prem Purano Laage
थारे चरना माहि लाडो को ठिकानों लागे
दादी थारो मारो प्रेम पुरानो लागे,
थारे चरना माहि लाडो को ठिकानों लागे
जद जद हिचकी आवन लागे
माहरी आखेया फडकन लागे,
जानो दादी जी ने झुझुनू बुलानो लागे
दादी थारो मारो प्रेम पुरानो लागे,
पग पग पर आडा आवो
म्हारे मन की आस पुरावो,
सोचो थाणे माहरो लाड लडानो लागे
दादी थारो मारो प्रेम पुरानो लागे,
सुनो सुनो माँ झुंझन वाली सवाती की भी करो रुखाली
थाणे लाडी सर को मान बडानो लागे
दादी थारो मारो प्रेम पुरानो लागे,
कदी कदी सुपने में आवो हर्ष माँ सिर पे हाथ फिरावो
माहने दादी थारो प्यार सुहानो लागे
दादी थारो मारो प्रेम पुरानो लागे,

मैं शिवप्रिया पंडित, माँ शक्ति का एक अनन्य भक्त और विंध्येश्वरी देवी, शैलपुत्री माता और चिंतापूर्णी माता की कृपा से प्रेरित एक आध्यात्मिक साधक हूँ। मेरा उद्देश्य माँ के भक्तों को उनके दिव्य स्वरूप, उपासना विधि और कृपा के महत्व से अवगत कराना है, ताकि वे अपनी श्रद्धा और भक्ति को और अधिक दृढ़ बना सकें। मेरे लेखों में इन देवी शक्तियों के स्तोत्र, चालीसा, आरती, मंत्र, कथा और पूजन विधियाँ शामिल होती हैं, ताकि हर भक्त माँ की आराधना सही विधि से कर सके और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भर सके। जय माता दी! View Profile