Dadi Teri Beti Aayi
ओ मेरी प्यारी दादी, देख तेरी बेटी आई,
संग में अपने ये तो बड़ी सौगातें लायी,
करले स्वीकार ओ दादी… बेटी है करे दुहाई
ओ मेरी प्यारी दादी, देख तेरी बेटी आई,
ओ मेरी प्यारी दादी, देख तेरी बेटी आई।
ओ मेरी प्यारी दादी, लाल चुनरिया सजाई,
सोने का तारा कढ़ा कर, जरी की बेल बनाई,
ओढ़ के तू भी नाँचे ओ…, ऐसी मैं चुनरिया बनाई,
ओ मेरी प्यारी दादी, देख तेरी बेटी आई।
सारे भगतों ने मिलकर, दादी के मेहँदी रचाई,
सखियों त्रिशूल मांडकर, दादी को मन हर्षाई,
दादी जी खुश हो करके ओ…, भगतां ने दे दे बधाई,
ओ मेरी प्यारी दादी, देख तेरी बेटी आई।
थारे मंदिर में आई, संग में भोग भी लाई,
खीर पूडा को व्यंजन, दादी मैं आज बनाई,
चख के देख ले दादी ओ…, करेगी तू भी बधाई,
ओ मेरी प्यारी दादी, देख तेरी बेटी आई।
ओ मेरी प्यारी दादी, भावना ये मैं लाइ,
तेरे द्वारे पर अर्ज़ी, है मैंने आज लगाई,
करले स्वीकार ओ दादी ओ…, वर्षा है द्वारे आई,
ओ मेरी प्यारी दादी, देख तेरी बेटी आई।

मैं शिवप्रिया पंडित, माँ शक्ति का एक अनन्य भक्त और विंध्येश्वरी देवी, शैलपुत्री माता और चिंतापूर्णी माता की कृपा से प्रेरित एक आध्यात्मिक साधक हूँ। मेरा उद्देश्य माँ के भक्तों को उनके दिव्य स्वरूप, उपासना विधि और कृपा के महत्व से अवगत कराना है, ताकि वे अपनी श्रद्धा और भक्ति को और अधिक दृढ़ बना सकें। मेरे लेखों में इन देवी शक्तियों के स्तोत्र, चालीसा, आरती, मंत्र, कथा और पूजन विधियाँ शामिल होती हैं, ताकि हर भक्त माँ की आराधना सही विधि से कर सके और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भर सके। जय माता दी! View Profile