Dadi Mor Bole
डोले डोले सब भक्ता रो मन डोले
दादी थारे डागडे पे मोर बोले
दादी थारे मंदरिए पे मोर बोले
सारे जग में राज करे ये झुंझुनू की महारानी
तनधन बाबू सेठ कहावे नारायणी सेठानी
थारो नाम दादी काना माही अमरत घोले
दादी थारे डागडे पे मोर बोले
दादी थारे मंदरिये पे मोर बोले
चुनरी लयाई चूडो लयाई रोली मोली ल्याई
लाल सुरंगी मेहंदी दादी दोनों हांथ मंडाई
लागे बनडी दादी जी मुड़के हौले हौले
दादी थारे डागडे पे मोर बोले
दादी थारे मंदारिए पे मोर बोले
दादुर मोर पपिहो बोले गूंज उठी शहनाई
घर घर पर्च्यो दादी थारे थारी ही सकलाई
श्वेता भजना में दादी के मगन डोले
दादी थारे डागडे पे मोर बोले
दादी थारे मंदरीय पे मोर बोले

मैं शिवप्रिया पंडित, माँ शक्ति का एक अनन्य भक्त और विंध्येश्वरी देवी, शैलपुत्री माता और चिंतापूर्णी माता की कृपा से प्रेरित एक आध्यात्मिक साधक हूँ। मेरा उद्देश्य माँ के भक्तों को उनके दिव्य स्वरूप, उपासना विधि और कृपा के महत्व से अवगत कराना है, ताकि वे अपनी श्रद्धा और भक्ति को और अधिक दृढ़ बना सकें। मेरे लेखों में इन देवी शक्तियों के स्तोत्र, चालीसा, आरती, मंत्र, कथा और पूजन विधियाँ शामिल होती हैं, ताकि हर भक्त माँ की आराधना सही विधि से कर सके और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भर सके। जय माता दी! View Profile