Chalo Ji Sagla Milke Dadi Ne Sajawa
चालो जी सगला मिलके दादी ने सजावा
दादी ने बनडी बनावा जी हां बनावा जी
चालो जी सगला मिलके दादी ने सजावा
तारा जड़ी चुनरी दादी ने उड़ा सा प्यारो प्यारो गजरो मैं दादी ने पेहना सा,
माथे पर बोरलो लगावा जी म्हारी दादी ने सजावा
चालो जी सगला मिलके दादी ने सजावा
सर्व सुहागन मिल मेहँदी मंडाओ दादी जी के हाथा माहि चुन्द्लो पेहराओ
काना माँ कुंडल पहनावा जी माहरी दादी ने सजावा
चालो जी सगला मिलके दादी ने सजावा
हीरा जड़ी नथली में दादी ने पेहरा सा
सोना जगी तागड़ी में दादी के बंधा सा,
चांदी की प्यालीडी पहनावा जी
ओ म्हारी दादी ने सजावा
चालो जी सगला मिलके दादी ने सजावा
निजरा उतारा चालो लूँ राई वारा भजन सुनावा माँ की आरती उतारा,
हर्ष ख़ुशी सु नाचा गावा जी
ओ म्हारी दादी ने सजावा
चालो जी सगला मिलके दादी ने सजावा
मैं शिवप्रिया पंडित, माँ शक्ति का एक अनन्य भक्त और विंध्येश्वरी देवी, शैलपुत्री माता और चिंतापूर्णी माता की कृपा से प्रेरित एक आध्यात्मिक साधक हूँ। मेरा उद्देश्य माँ के भक्तों को उनके दिव्य स्वरूप, उपासना विधि और कृपा के महत्व से अवगत कराना है, ताकि वे अपनी श्रद्धा और भक्ति को और अधिक दृढ़ बना सकें। मेरे लेखों में इन देवी शक्तियों के स्तोत्र, चालीसा, आरती, मंत्र, कथा और पूजन विधियाँ शामिल होती हैं, ताकि हर भक्त माँ की आराधना सही विधि से कर सके और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भर सके। जय माता दी! View Profile 🙏🔱