चालो जी सगला मिलके दादी ने सजावा

Chalo Ji Sagla Milke Dadi Ne Sajawa

चालो जी सगला मिलके दादी ने सजावा
दादी ने बनडी बनावा जी हां बनावा जी
चालो जी सगला मिलके दादी ने सजावा

तारा जड़ी चुनरी दादी ने उड़ा सा प्यारो प्यारो गजरो मैं दादी ने पेहना सा,
माथे पर बोरलो लगावा जी म्हारी दादी ने सजावा
चालो जी सगला मिलके दादी ने सजावा

सर्व सुहागन मिल मेहँदी मंडाओ दादी जी के हाथा माहि चुन्द्लो पेहराओ
काना माँ कुंडल पहनावा जी माहरी दादी ने सजावा
चालो जी सगला मिलके दादी ने सजावा

हीरा जड़ी नथली में दादी ने पेहरा सा
सोना जगी तागड़ी में दादी के बंधा सा,
चांदी की प्यालीडी पहनावा जी
ओ म्हारी दादी ने सजावा
चालो जी सगला मिलके दादी ने सजावा

निजरा उतारा चालो लूँ राई वारा भजन सुनावा माँ की आरती उतारा,
हर्ष ख़ुशी सु नाचा गावा जी
ओ म्हारी दादी ने सजावा
चालो जी सगला मिलके दादी ने सजावा

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