Banwaya Jhula Hum Bhakto Ne
सावन का महीना आया बहार के लिए
बनवाया झूला हम भक्तों में मां के लिए
रिमझिम बरसे घटाएं बागों की मस्त हवाएं
सावन में जो तू आए संग सारी खुशियां लाए
मेरा तन मन तरस रहा है उस प्यार के लिए
बनवाया झूला हम भक्तों ने मां के लिए
तेरी चम चम चुनरी चमके और हाथों में कंगन खनके
माथे पे बिंदिया निराली सूरतिया दम दम दमके
मेहंदी लगाएं तुमको श्रृंगार के लिए
बनवाया झूला हम भक्तों ने मां के लिए
जब झूले पर बैठेगी सखियां बलाइयां लेंगी
हम प्यार से बस देखेंगे तुझे एक ही बात कहेंगे
तेरी पूनम तरस रही है दीदार के लिए
बनवाया झूला भक्तों ने मां के लिए बनवाया झूला हम भक्तों ने मां के लिए
मैं शिवप्रिया पंडित, माँ शक्ति का एक अनन्य भक्त और विंध्येश्वरी देवी, शैलपुत्री माता और चिंतापूर्णी माता की कृपा से प्रेरित एक आध्यात्मिक साधक हूँ। मेरा उद्देश्य माँ के भक्तों को उनके दिव्य स्वरूप, उपासना विधि और कृपा के महत्व से अवगत कराना है, ताकि वे अपनी श्रद्धा और भक्ति को और अधिक दृढ़ बना सकें। मेरे लेखों में इन देवी शक्तियों के स्तोत्र, चालीसा, आरती, मंत्र, कथा और पूजन विधियाँ शामिल होती हैं, ताकि हर भक्त माँ की आराधना सही विधि से कर सके और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भर सके। जय माता दी! View Profile 🙏🔱