यही रात अंतिम यही रात भारी रामायण भजन लिरिक्स

यही रात अंतिम, यही रात भारी एक अत्यंत भावपूर्ण रामायण भजन है, जो जीवन के अंत के समीप होने के बावजूद, भगवान राम के प्रति अनन्य भक्ति और प्रेम को व्यक्त करता है। इस भजन में एक विशेष अर्थ छिपा है, जो जीवन की अस्थिरता और मृत्यु के अनिवार्य सच से जुड़ा हुआ है। यह भजन हमें अपने जीवन के हर क्षण को राम के साथ जोड़ने की प्रेरणा देता है और राम की कृपा से मृत्यु के बाद भी आत्मा की मुक्ति का विश्वास दिलाता है।

Yahi Rat Antim Yahi Rat Bhari

यही रात अंतिम यही रात भारी,
बस एक रात की अब कहानी है सारी…
यही रात अंतिम यहीं रात भारी।।

नहीं बंधू बांधव ना कोई सहायक,
अकेला है लंका में लंका का नायक…
सभी रत्न बहुमूल्य रण में गंवाए,
लगे घाव ऐसे की भर भी ना पाए,
दशानन इसी सोच में जागता है…
की जो हो रहा उसका परिणाम क्या है,
ये बाजी अभी तक ना जीती ना हारी,
यही रात अंतिम यहीं रात भारी।।

वो भगवान मानव तो समझेगा इतना,
की मानव के जीवन में संघर्ष कितना…
विजय अंततः धर्म वीरों की होती,
पर इतना सहज भी नही है ये मोती,
बहुत हो चुकी युद्ध में व्यर्थ हानि…
पहुँच जाए परिणाम तक अब कहानी,
वचन पूर्ण हो देवता हो सुखारी,
यही रात अंतिम यहीं रात भारी।।

समर में सदा एक ही पक्ष जीता…
जय होगी मंदोदरी या के सीता,
किसी मांग से उसकी लाली मिटेगी,
कोई एक ही कल सुहागन रहेगी…
भला धर्म से पाप कब तक लड़ेगा,
या झुकना पड़ेगा या मिटाना पड़ेगा…
विचारों में मंदोदरी है बेचारी,
यही रात अंतिम यहीं रात भारी।।

ये एक रात मानो यूगो से बड़ी है,
ये सीता के धीरज की अंतिम घड़ी है…
प्रतीक्षा का विष और कितना पिएगी,
बिना प्राण के देह कैसे जिएगी…
कहे राम राम अब तो राम आ भी जाओ,
दिखाओ दरश अब ना इतना रुलाओ…
की रो रो के मर जाए सीता तुम्हारी,
यही रात अंतिम यहीं रात भारी।।

यही रात अंतिम यही रात भारी,
बस एक रात की अब कहानी है सारी…
यही रात अंतिम यहीं रात भारी।।

भगवान राम की महिमा अपार है, और इस भजन के माध्यम से हम समझते हैं कि जीवन का हर पल उनके चरणों में समर्पित किया जाना चाहिए। जब हम भगवान राम के नाम और भजनों का सच्चे दिल से उच्चारण करते हैं, तो न केवल हमारी जिंदगी सुखमयी बनती है, बल्कि मृत्यु के बाद भी राम की कृपा का वरदान प्राप्त होता है। राम का नाम देता है सबको आराम, राम तेरे नाम से जीवन में शक्ति आ जाती है, और राम के चरणों में शरण है, जैसे भजन हमें जीवन और मृत्यु दोनों के सत्य को समझने की प्रेरणा देते हैं। इसलिए, इस भजन के साथ हम भगवान राम के दिव्य नाम का स्मरण कर अपने जीवन को धन्य बनाते हैं।

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