तुम्हीं में ये जीवन जिए जा रहा हूँ भजन लिरिक्स

तुमहीं में ये जीवन जिए जा रहा हूँ भजन एक गहरी भावनात्मक अभिव्यक्ति है, जो भक्त की श्रद्धा और भगवान श्रीराम के प्रति पूर्ण समर्पण को दर्शाता है। इस भजन में भक्त यह स्वीकार करता है कि उसका जीवन भगवान के चरणों में समर्पित है और वह हर पल भगवान की कृपा से जी रहा है। यह भजन हमें यह एहसास दिलाता है कि हमारे जीवन के प्रत्येक क्षण में भगवान का हाथ है, और हमें अपने अस्तित्व को उनकी अनुकंपा के माध्यम से समझना चाहिए। भगवान श्रीराम के बिना जीवन अधूरा है, और उनके साथ हर कार्य में सुख और शांति की प्राप्ति होती है।

Tumahi Men Ye Jivan Jiye Ja Raha Hu

तुम्हीं में ये जीवन,
जिए जा रहा हूँ,
जो कुछ दे रहे हो,
लिए जा रहा हूँ,
तुम्ही में ये जीवन,
जिए जा रहा हूँ।1।

तुम्हीं से चला करती,
प्राणों की धड़कन,
तुम्हीं से है चेतन,
अहंकार तन मन,
तुम्हीं में ये दर्शन,
तुम्हीं में ये दर्शन,
किए जा रहा हूँ,
जो कुछ दे रहे हो,
लिए जा रहा हूँ,
तुम्ही में ये जीवन,
जिए जा रहा हूँ।2।

असत के सदा,
आश्रय हो तुम्हीं सत,
तुम्हीं में विषय विष,
तुम्हीं में है अमृत,
पिलाते हो जो कुछ…
पिलाते हो जो कुछ,
पिए जा रहा हूँ,
जो कुछ दे रहे हो,
लिए जा रहा हूँ,
तुम्ही में ये जीवन,
जिए जा रहा हूँ।3।

जहाँ भी रहूँ ध्यान,
मैं तुमको देखूँ,
तुम्हीं में हूँ मैं ज्ञान,
मैं तुमको देखूँ,
पथिक मैं ये अर्जी,
पथिक मैं ये अर्जी,
दिए जा रहा हूँ,
जो कुछ दे रहे हो,
लिए जा रहा हूँ,
तुम्ही में ये जीवन,
जिए जा रहा हूँ।4।

तुम्हीं में ये जीवन,
जिए जा रहा हूँ,
जो कुछ दे रहे हो,
लिए जा रहा हूँ,
तुम्ही में ये जीवन,
जिए जा रहा हूँ।5।

तुमहीं में ये जीवन जिए जा रहा हूँ भजन भगवान श्रीराम के दिव्य स्वरूप और उनके आशीर्वाद की शक्ति को दर्शाता है, जैसा कि हम राम लला का मंदिर भव्य बनाया है और जो राम का नहीं किसी काम का नहीं भजन में भी देखते हैं। ये भजन हमें इस बात की याद दिलाते हैं कि राम के बिना जीवन अधूरा है, और उनका प्रेम ही हमारे अस्तित्व का कारण है। हर कदम पर उनके साथ रहकर हम सच्चे जीवन का आनंद प्राप्त कर सकते हैं। जय श्रीराम!

Share

Leave a comment