सखी री दो कुंवर सुंदर मनोहर आज आये है लिरिक्स

सखी री दो कुंवर सुंदर मनोहर आज आये है भजन भगवान श्रीराम के स्वागत और उनके रूप की प्रशंसा पर आधारित एक सुंदर गीत है। इसमें सीताजी की सखियाँ श्रीराम के आगमन की खुशी में राम के रूप और उनके गुणों का वर्णन करती हैं। यह भजन भगवान श्रीराम के प्रति भक्तों की श्रद्धा और प्रेम को व्यक्त करता है, जो आज भी हर दिल में गूंजता है। इस भजन के माध्यम से, भक्तों को श्रीराम के आगमन के समय की शुभता और आनंद का अहसास होता है।

Sakhi Ri Do Kunwar Sundar Manohar Aaj Aaye Hai Lyrics

सखी री दो कुंवर सुंदर,
मनोहर आज आये है,
चले दो लाल सजधज कर,
ना जाने किसके जाये है,
सखी री दो कुँवर सुंदर,
मनोहर आज आये है।1।

बड़े को राम कहते है,
लखन है नाम छोटे का,
अयोध्या धाम है इनका,
कौशल्या दशरथ के जाए है,
सखी री दो कुँवर सुंदर,
मनोहर आज आये है।2।

धनुष कर में लिए है वे,
गले में पुष्प माला है,
पड़े है कान में कुण्डल,
मुकुट सिर पर लगाए है,
सखी री दो कुँवर सुंदर,
मनोहर आज आये है।3।

सुनैना मैया ने देखा,
जनक राजा से ये पूछा,
धनुष को तोड़कर मेरी,
सिया को ब्याहने आए है,
सखी री दो कुँवर सुंदर,
मनोहर आज आये है।4।

बधैया बाज रही मिथिला,
अयोध्या आनंद छायो है,
हमारे जानकी रघुवर,
की जोड़ी मन को भायी है,
सखी री दो कुँवर सुंदर,
मनोहर आज आये है।5।

सखी री दो कुंवर सुंदर,
मनोहर आज आये है,
चले दो लाल सजधज कर,
ना जाने किसके जाये है,
सखी री दो कुँवर सुंदर,
मनोहर आज आये है।6।

सखी री दो कुंवर सुंदर मनोहर आज आये है भजन श्रीराम के स्वागत में एक सुंदर और मधुर गीत है, जो उनके रूप, गुण और दिव्यता का बखान करता है। जैसे राम सम नहीं कोई और उदार में राम की अनोखी दयालुता को प्रदर्शित किया गया है, वैसे ही इस भजन में भी उनकी दिव्य उपस्थिति का आदर किया जाता है। राम वन को जायेंगे तो हम भी संग में जायेंगे भजन में भी राम के साथ चलने की बात की गई है, जो हर भक्त को प्रेरित करती है। इस भजन के जरिए, हम श्रीराम के साथ अपने संबंध को और भी मजबूत कर सकते हैं। जय श्रीराम!

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