राम से लगी डोरी श्याम से लगी भजन लिरिक्स

राम से लगी डोरी श्याम से लगी भजन में भगवान श्रीराम और श्याम (कृष्ण) के प्रति अटूट भक्ति का अनुभव व्यक्त किया गया है। यह भजन उस गहरे आध्यात्मिक संबंध को दर्शाता है, जो भक्तों को अपने इष्ट देवता से जुड़ने में महसूस होता है। भजन में यह भावना व्यक्त की गई है कि राम और श्याम दोनों ही हमारे जीवन में परम पूज्य हैं, और उनके नामों के जप से हमारा जीवन रोशन होता है।

Ram Se Lagi Dori Shyam Se Lagi

राम से लगी डोरी श्याम से लगी,
उसको कौन सतावे,
डोरी जिसकी राम से लगी।1।

राम नाम अनमोल खजाना,
जो भी उस पर हुआ दीवाना,
मालामाल हुआ और,
उसकी किस्मत जगी,
उसको कौन सतावे,
डोरी जिसकी राम से लगी।2।

मीरा उसकी हुई दीवानी,
गाये जिसकी जगत कहानी,
कथा सुनो प्रहलाद भगत की,
प्रेम में पकी,
उसको कौन सतावे,
डोरी जिसकी राम से लगी।3।

हीरा तू भी डोर लगा ले,
राम भजन से मुक्ति पा ले,
बड़े जतन से मूरख तोहे,
देह जा मिली,
उसको कौन सतावे,
डोरी जिसकी राम से लगी।4।

राम से लगी डोरी श्याम से लगी,
उसको कौन सतावे,
डोरी जिसकी राम से लगी।5।

राम से लगी डोरी श्याम से लगी भजन की भावनाओं में राम और कृष्ण के साथ हमारे जीवन के हर पहलू को जोड़ने का प्रयास किया गया है। जैसे राम नाम प्यारा है राम नाम गाएजा भजन हमें राम के नाम की महिमा और उनके भजनों के सुख का अहसास कराता है, वैसे ही इस भजन में भी श्याम और राम के प्रति आस्था और प्रेम की महिमा है। राम सम नहीं कोई और उदार भजन में भगवान राम के महानता की व्याख्या की गई है, जो इस भजन के भाव को और भी गहरा करता है। ये सभी भजन हमें अपने इष्ट देवताओं के प्रति सच्ची भक्ति का मार्ग दिखाते हैं। जय श्रीराम और जय श्री कृष्ण!

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