जिस दिन धरती पर अन्याय समाप्त हो, सत्य और धर्म की विजय हो, वही दिन राम राज्य की पुनः स्थापना का दिन होगा। राम राज्य आया रे देखो भजन हमें याद दिलाता है कि जब श्रीराम का शासन होता है, तो हर ओर प्रेम, शांति और न्याय का वातावरण बनता है। यह सिर्फ एक कल्पना नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और सनातन परंपरा का आदर्श स्वरूप है, जिसे हर भक्त अपने जीवन में देखना चाहता है। जब संपूर्ण समाज प्रभु राम के गुणों को आत्मसात कर ले, तो राम राज्य का वास्तविक अर्थ सिद्ध हो जाता है।
Ram Rajya Aaya Re Dekho
दोहा –
तीन लोक नवखंड अवध को,
करते झुक झुक वंदन,
आ गए लौट के अवधपुरी में,
हम सबके रघुनंदन।
मैं दास हूं श्री राम का,
भगवा मेरा चोला,
श्री राम नाम की मस्ती में,
मेरा तन मन डोला,
अवधपुरी के राज सिंहासन पर,
श्री राम बिराजे,
राजतिलक की शुभ बेला पर,
ढोल नगाड़े बाजे,
रामराज्य की तैयारी में,
देश हमारा है,
राम नाम का गूंज रहा,
घर-घर में नारा है,
राम राज्य आया रे देखो,
रामराज्य आया,
भारत के कोने-कोने में,
भगवा लहराया।1।
हर घर बन गया मंदिर,
हर मां बन गई है कौशल्या,
जंगल बने हैं पंचवटी,
हर पत्थर बने अहिल्या,
हनुमान से भक्त बने और,
भरत लखन से भैया,
सारी नदिया सरयू बनके,
नाचे ता ता थैया,
गली गली हुई अवधपुरी,
जहां घर-घर बटे बधइयां,
त्रेता युग के राम राज्य सा,
यहां नजारा है,
राम नाम का गूंज रहा,
घर-घर में नारा है,
रामराज्य आया रे देखों,
राम राज्य आया,
भारत के कोने-कोने में,
भगवा लहराया।2।
नाच रहे है आसमान में,
सूरज चांद सितारे,
झूम रहे धरती के कण कण,
और नदियों के किनारे,
भगवा रंग में रंग गए देखो,
धरती अंबर सारे,
सत्य सनातन धर्म के अब तो,
गूंज उठे जयकारें,
यह धर्म है बड़ा महान,
यह धर्म मेरा सम्मान,
यह धर्म है मेरी शान,
यह धर्म मेरा अभिमान,
सत्य सनातन धर्म से ही है,
भारत की पहचान,
विश्व गुरु है भारत ये,
कहता जग सारा है,
राम नाम का गूंज रहा,
घर-घर में नारा है,
रामराज्य आया रे देखों,
राम राज्य आया,
भारत के कोने-कोने में,
भगवा लहराया।3।
नीलाम्बुजश्यामलकोमलाङ्गं,
सीतासमारोपितवामभागम।
पाणौ महासायकचारूचापं,
नमामि रामं रघुवंशनाथम।4।
संतो के प्यारे राम लला,
आँखों के तारेराम लला,
जग के रखवाले रामलला,
हम सबके सहारे रामलला,
है पास हमारे राम लला,
बड़े खास हमारे राम लला,
श्री राम लला के एक नाम से,
हो जाता हम सबका भला,
‘लव और कुश’ को राम नाम,
प्राणों से प्यारा है,
राम नाम का गूंज रहा,
घर-घर में नारा है,
रामराज्य आया रे देखों,
राम राज्य आया,
भारत के कोने-कोने में,
भगवा लहराया।5।
मैं दास हूं श्री राम का,
भगवा मेरा चोला,
श्री राम नाम की मस्ती में,
मेरा तन मन डोला,
अवधपुरी के राज सिंहासन पर,
श्री राम बिराजे,
राजतिलक की शुभ बेला पर,
ढोल नगाड़े बाजे,
रामराज्य की तैयारी में,
देश हमारा है,
राम नाम का गूंज रहा,
घर-घर में नारा है,
राम राज्य आया रे देखो,
रामराज्य आया,
भारत के कोने-कोने में,
भगवा लहराया।6।
राम राज्य का सपना हर भक्त के मन में बसता है, क्योंकि यह सिर्फ एक शासन प्रणाली नहीं, बल्कि धर्म, करुणा और न्याय की संपूर्ण अभिव्यक्ति है। हमें अपने विचारों और कर्मों में भी राम राज्य को बसाना होगा, ताकि समाज में सुख, शांति और सद्भाव बना रहे। अगर यह भजन आपके मन को भा गया हो, तो आप राम मय हो गया पूरा देश, अवधपुरी में दीप जले है सिया संग मेरे राम चले हैं, भगवान को करने पार भगत की नाव चली, और जन जन में श्रीराम बसे संग पवन पुत्र हनुमान में जैसे अन्य भजन और लेख भी पढ़ सकते हैं। 🚩 जय श्रीराम! 🚩

मैं आचार्य ब्रह्मदत्त, सनातन धर्म का एक साधक और आध्यात्मिक ज्ञान का प्रचारक हूँ। मेरा जीवन देवी-देवताओं की आराधना, वेदों-पुराणों के अध्ययन और भक्ति मार्ग के अनुसरण में समर्पित है। सूर्य देव, खाटू श्याम, शिव जी और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का गुणगान करना मेरे लिए केवल एक लेखन कार्य नहीं, बल्कि एक दिव्य सेवा है। मैं अपने लेखों के माध्यम से भक्तों को पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का ज्ञान सरल भाषा में प्रदान करने का प्रयास करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने आध्यात्मिक पथ को सुगम और सार्थक बना सके। View Profile 🚩 हर हर महादेव 🚩