Ram Kahne Se Tar Jayega Par Bhav Se Utar Jayega
राम कहने से तर जाएगा,
पार भव से उतर जायेगा।।
उस गली होगी चर्चा तेरी,
उस गली होगी चर्चा तेरी,
जिस गली से गुजर जायेगा,
राम कहने से तर जायेगा।।
बड़ी मुश्किल से नर तन मिला,
बड़ी मुश्किल से नर तन मिला,
कल ना जाने किधर जाएगा,
राम कहने से तर जायेगा।।
अपना दामन तो फैला ज़रा,
अपना दामन तो फैला ज़रा,
कोई दातार भर जाएगा,
राम कहने से तर जायेगा।।
सब कहेंगे कहानी तेरी,
सब कहेंगे कहानी तेरी,
जब इधर से उधर जाएगा,
राम कहने से तर जायेगा।।
याद आएगी चेतन तेरी,
याद आएगी चेतन तेरी,
काम ऐसा जो कर जाएगा,
राम कहने से तर जायेगा।।
राम कहने से तर जाएगा,
कल ना जाने किधर जाएगा,
जिस गली से गुजर जायेगा,
पार भव से उतर जायेगा।।

मैं आचार्य ब्रह्मदत्त, सनातन धर्म का एक साधक और आध्यात्मिक ज्ञान का प्रचारक हूँ। मेरा जीवन देवी-देवताओं की आराधना, वेदों-पुराणों के अध्ययन और भक्ति मार्ग के अनुसरण में समर्पित है। सूर्य देव, खाटू श्याम, शिव जी और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का गुणगान करना मेरे लिए केवल एक लेखन कार्य नहीं, बल्कि एक दिव्य सेवा है। मैं अपने लेखों के माध्यम से भक्तों को पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का ज्ञान सरल भाषा में प्रदान करने का प्रयास करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने आध्यात्मिक पथ को सुगम और सार्थक बना सके। View Profile