रघुनन्दन आ गए राघव जी आ गए

जब-जब भक्तों पर संकट आया, जब-जब धर्म की राह कठिन हुई, तब-तब श्रीराम ने अपनी दिव्यता से संसार को प्रकाशित किया। रघुनन्दन आ गए, राघव जी आ गए भजन प्रभु श्रीराम के आगमन का आनंदमय वर्णन करता है। यह भजन हमें उस अलौकिक क्षण की अनुभूति कराता है जब श्रीराम जी अपने भक्तों का उद्धार करने, धर्म की स्थापना करने और प्रेम व मर्यादा की ज्योति जलाने आते हैं। यह भजन सुनते ही मन भक्तिभाव से भर उठता है और श्रीराम जी के दर्शन की अनुभूति होती है।

Raghunandan Aa Gaye Raghav Ji Aa Gaye

दोहा –
राम नाम लेने का आनंद,
और भी बढ़ गया,
सबके सर मेरे राम की भक्ति का,
रंग चढ़ गया
बीत गया वनवास प्रभु का,
और सबके मन हर्षा गए,
सज धज कर मेरे रामलला,
अपने मंदिर में आ गए।1।

नैनो के रस्ते सबके,
मन में समा गए,
रघुनंदन आ गए,
राघव जी आ गए,
सारी दुनिया पर मेरे,
राघव ही छा गए,
रघुनन्दन आ गए,
राघव जी आ गए।2।

वर्षों से तरसे जिसको,
वो शुभ दिन आ गया,
सच्चा सुख राम नाम का,
जीवन में आ गया,
मंगल बधाई मेरे,
राघव बटवा रहे,
रघुनंदन आ गए,
राघव जी आ गए।3।

स्वर्ण सिंहासन ऊपर,
ठाड़े प्रभु रामलला,
हाथों में धनुष बाण ले,
मुस्कुराए रामलला,
मीठी मुस्कनिया से वो,
चित चुरा गए,
रघुनंदन आ गए,
राघव जी आ गए।4।

प्यासे प्यासे नैनो के,
नैना अभिराम है,
हृदय में बसने वाले,
जन-जन के राम है,
नैनामृत भर नैनो से,
अमृत बरसा रहे,
रघुनंदन आ गए,
राघव जी आ गए।5।

अब मेरे राम कभी भी,
वन को न जाएंगे,
राम का यह भारत मेरे,
राम ही चलाएंगे,
खुशियों के आंसू सबकी,
आंखों में आ गए,
रघुनंदन आ गए,
राघव जी आ गए।6।

नैनो के रस्ते सबके,
मन में समा गए,
रघुनंदन आ गए,
राघव जी आ गए,
सारी दुनिया पर मेरे,
राघव ही छा गए,
रघुनन्दन आ गए,
राघव जी आ गए।7।

श्रीराम जी का आगमन केवल एक ऐतिहासिक घटना नहीं, बल्कि हर भक्त के जीवन में नया प्रकाश लेकर आता है। यह भजन हमें उनकी कृपा, उनकी करुणा और उनके दिव्य स्वरूप का स्मरण कराता है। श्रीराम जी की भक्ति करना और उनकी कथा का श्रवण करना हमारे जीवन को मंगलमय बनाता है। यदि आपको यह भजन प्रिय लगा, तो आप “श्रीरामचंद्र कृपालु भज मन, राम नाम की महिमा, श्रीराम अवतार का दिव्य वर्णन, और “हनुमान जी के भजन” भी पढ़ सकते हैं। इन भजनों और लेखों से आपकी भक्ति और अधिक प्रगाढ़ होगी। 🚩 जय श्रीराम! 🚩

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