जन जन में श्री राम बसे संग पवन पुत्र हनुमान में

भगवान श्रीराम केवल एक युगपुरुष नहीं, बल्कि हर भक्त के हृदय में बसने वाले दिव्य स्वरूप हैं। जन जन में श्री राम बसे संग पवन पुत्र हनुमान में भजन यह दर्शाता है कि राम केवल अयोध्या के राजा नहीं, बल्कि हर मनुष्य के प्राण हैं। जहाँ श्रीराम का वास होता है, वहाँ हनुमानजी भी रहते हैं, क्योंकि वे अनन्य भक्त और सेवक हैं। यह भजन हमें राम-हनुमान की अनूठी भक्ति और श्रद्धा के सूत्र में बाँधता है।

Jan Jan Me Shri Ram Base Sang Pavan Putra Hanuman Me

जन जन में श्री राम बसे,
संग पवन पुत्र हनुमान में,
घर घर भगवा लहराएं,
हम सब स्वागत सम्मान में,
खुशियों के दीप जलाएं,
इस पूरे हिंदुस्तान में।1।

आज सारथी बनकर जो मेरे,
राम लला को लाए है,
कितना सोना प्यारा प्यारा,
मंदिर दिव्य बनाए है,
आओ नमन करें उनको हम,
भारत के अभिमान में,
घर घर भगवा लहराएं,
हम सब स्वागत सम्मान में,
खुशियों के दीप जलाएं,
इस पूरे हिंदुस्तान में।2।

फिर से अवध के नर नारी सब,
मिलकर मंगल गाएंगे,
ढोल नगाड़े बजा बजा कर,
खुशियां सभी मनाएंगे,
फिर आए है फिर छाएंगे,
वह भारत की शान में,
घर घर भगवा लहराएं,
हम सब स्वागत सम्मान में,
खुशियों के दीप जलाएं,
इस पूरे हिंदुस्तान में।3।

राम लखन संग सीता मैया,
हनुमान भी होंगे,
भरत शत्रुघ्न चारों भैया,
भक्त सभी कुछ होंगे,
‘सचिन’ कहे चलो राम प्रभु संग,
ना रहो स्वाभिमान में,
घर घर भगवा लहराएं,
हम सब स्वागत सम्मान में,
खुशियों के दीप जलाएं,
इस पूरे हिंदुस्तान में।4।

जन जन में श्री राम बसे,
संग पवन पुत्र हनुमान में,
घर घर भगवा लहराएं,
हम सब स्वागत सम्मान में,
खुशियों के दीप जलाएं,
इस पूरे हिंदुस्तान में।5।

श्रीराम और हनुमानजी का संबंध प्रेम और भक्ति का अनुपम उदाहरण है। रामजी जहाँ होते हैं, वहाँ भक्त हनुमान भी उपस्थित रहते हैं, और जो भी सच्चे मन से श्रीराम का स्मरण करता है, उसकी रक्षा स्वयं बजरंगबली करते हैं। यदि यह भजन आपके हृदय में भक्ति का संचार कर रहा है, तो आप “राम जी के शरण में चले आइए , राम का गुणगान करिए , भगवान को करने पार भगत की नाव चली“, और “छोड़कर सारे पागलपन राम गुण गा ले मेरे मन” जैसे अन्य भजन और लेख भी पढ़ सकते हैं। 🚩 जय श्रीराम! 🚩

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