इस संसार की गतिविधियों पर नहीं अधिकार किसी का है लिरिक्स

यह संसार नश्वर है, और इसकी प्रत्येक गतिविधि केवल परमात्मा की इच्छा से संचालित होती है। इस संसार की गतिविधियों पर नहीं अधिकार किसी का है भजन इसी अनंत सत्य को प्रकट करता है कि मनुष्य कितने भी प्रयास कर ले, लेकिन अंतिम निर्णय प्रभु श्रीराम की इच्छा से ही होता है। यह भजन हमें समर्पण और भक्ति की ओर प्रेरित करता है, जिससे हम अपने जीवन के हर कार्य को प्रभु राम के चरणों में अर्पित कर शांति और मोक्ष प्राप्त कर सकते हैं।

Is Sansar ke Gatividhiyon Per Nahin Adhikar Kisi ka hai

इस संसार की गतिविधियों पर,
नहीं अधिकार किसी का है
जिसको हम परमात्मा कहते,
ये सब खेल उसी का है।।
राम सिया राम सिया राम सिया राम,
राम सिया राम सिया राम सिया राम।।

छणभर को भी नहीं छोड़ता,
सदा हमारे साथ में है
काया की श्वासा डोरी का,
तार उसी के हाथ में है
हंसना रोना जीना मरना,
सब उसकी मर्जी का है
जिसको हम परमात्मा कहते,
ये सब खेल उसी का है।।

निर्धन धनी धनी हो निर्धन,
ग्यानी मूढ मूरख ग्यानी
सब कुछ अदल बदल देने में,
कोई नहीं उसका सानी
समझदार भी समझ सके ना,
ऐसा अजब तरीका है
जिसको हम परमात्मा कहते,
ये सब खेल उसी का है।।

मिट्टी काली पीली हरे बन,
आसमान का रंग नीला
सूर्य सुनहरा चन्द्रमा शीतल,
सब कुछ उसकी ही लीला,
सबके भीतर स्वयं छिप गया
सृजनहार सृष्टि का है,
जिसको हम परमात्मा कहते,
ये सब खेल उसी का है।।

‘राजेश्वर आनंद’ अगर सुख,
चाहो तो मानो शिक्षा
तज अभिमान मिला दो उसकी,
इच्छा में अपनी इच्छा
यही भक्ति का भाव है प्यारे,
सूत्र यही मुक्ती का है
जिसको हम परमात्मा कहते,
ये सब खेल उसी का है।।

इस संसार की गतिविधियों पर,
नहीं अधिकार किसी का है
जिसको हम परमात्मा कहते,
ये सब खेल उसी का है।।
राम सिया राम सिया राम सिया राम,
राम सिया राम सिया राम सिया राम।

मनुष्य के हाथ में केवल प्रयास है, लेकिन फल का अधिकार केवल प्रभु के पास है। इस संसार की गतिविधियों पर नहीं अधिकार किसी का है भजन हमें यह सिखाता है कि सच्चा सुख प्रभु राम के शरणागत होने में ही है। श्रीराम की इस दिव्यता को और अधिक अनुभव करने के लिए राम से बड़ा राम का नाम, श्रीरामचंद्र कृपालु भज मन, राम नाम का जप लूं राम, अगर राघव के चरणों में जगह थोड़ी सी मिल जाए भजनों को भी पढ़ें और श्रीराम की भक्ति में लीन हो जाएं। जय श्रीराम! 🙏🚩

Share

Leave a comment