हम सांस ले रहे है इस जान की बदौलत भजन लिरिक्स

इस भजन की पंक्तियाँ हमें यह एहसास कराती हैं कि हमारा जीवन प्रभु श्रीराम की कृपा से ही चल रहा है। सांसों का यह सिलसिला, धड़कनों की यह लय – सब कुछ उनके आशीर्वाद का ही परिणाम है। जब हम राम भक्ति में लीन होते हैं, तो हमें यह अनुभूति होती है कि हमारे जीवन का हर पल उन्हीं की देन है। इस भावपूर्ण भजन के माध्यम से हम प्रभु राम की महिमा का गुणगान करते हैं और उनके प्रति अपनी भक्ति व्यक्त करते हैं।

Ham Sans le Rahe Hain is Jaan Ke Badaulat

हम सांस ले रहे है,
इस जान की बदौलत
और जान जिस्म में है,
श्री राम की बदौलत
हम सांस ले रहे हैं,
इस जान की बदौलत।।

श्री राम नाम जप के,
लंका से जीत आए
हनुमान सिद्धि पा गए,
हरि नाम की बदौलत
हम सांस ले रहे हैं,
इस जान की बदौलत।।

कुछ पुण्य हो रहा है जो,
सूरज निकल रहा है
धरती थमी है सदियों से,
इंसान की बदौलत
हम सांस ले रहे हैं,
इस जान की बदौलत।।

‘फणि’ गर्व हो रहा है,
विज्ञान की बदौलत
विज्ञान का वजूद है,
भगवान की बदौलत
हम सांस ले रहे हैं,
इस जान की बदौलत।।

मेरे लिए अतिथि,
भगवान के बराबर
सर करते है न्यौछावर,
मेहमान के बदौलत
हम सांस ले रहे हैं,
इस जान की बदौलत।।

लब पे हंसी नहीं तो,
जीना भी है क्या जीना
पहचान है जहाँ में,
मुस्कान की बदौलत
हम सांस ले रहे हैं,
इस जान की बदौलत।।

हम सांस ले रहे है,
इस जान की बदौलत
और जान जिस्म में है,
श्री राम की बदौलत
हम सांस ले रहे हैं,
इस जान की बदौलत।।

प्रभु श्रीराम की महिमा अपरंपार है, और उनकी भक्ति हमें सच्चे सुख और शांति की ओर ले जाती है। इस भजन के भावों में रमकर हमें यह अनुभव होता है कि जीवन का असली सार प्रभु की शरण में जाने में ही है। यदि आपको यह भजन भाव विभोर कर गया, तो आपको राम नाम का अमृत पी ले जन्म सफल हो जाएगा, राम के गीत सुनाते चलो, और जगमग हुई अयोध्या नगरी संत करें गुणगान जैसे अन्य भजनों का भी रसास्वादन अवश्य करना चाहिए। राम जी की कृपा सभी भक्तों पर बनी रहे! 🚩🙏

Leave a comment