भए प्रगट कृपाला दीनदयाला कौशल्या हितकारी हिंदी लिरिक्स

यह भजन भगवान श्री राम के जन्म की महिमा को उजागर करता है। जब श्री राम का अवतार हुआ, तब उन्होंने दीन-दुखियों और असहायों की सहायता की, और उनके लिए अनंत कृपा की वर्षा की। भगवान श्री राम ने अपने जीवन के हर कदम पर धर्म, सत्य और न्याय का पालन किया। यह भजन राम जी के अवतार और उनके उद्देश्यों को प्रकट करता है, जो हर किसी के लिए एक अमूल्य शिक्षा है।

Bhay Prakat Kripala Deendayala Kaushalya Hitkari

भए प्रगट कृपाला दीनदयाला,
कौशल्या हितकारी,
हरषित महतारी मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप बिचारी।।
ये भी देखें – अवध में राम आए है।

लोचन अभिरामा तनु घनस्यामा,
निज आयुध भुजचारी,
भूषन बनमाला नयन बिसाला,
शोभा सिंधु खरारी।।

कर दुइ कर जोरी अस्तुति तोरी,
केहि बिधि करूं अनंता,
माया गुन ग्यानातीत अमाना,
वेद पुरान भनंता।।

करुणा सुख सागर सब गुन आगर,
जेहि गावहिं श्रुति संता,
सो मम हित लागी जन अनुरागी,
भयउ प्रगट श्रीकंता।।

ब्रह्मांड निकाया निर्मित माया,
रोम रोम प्रति बेद कहे,
मम उर सो बासी यह उपहासी,
सुनत धीर मति थिर न रहै।।

उपजा जब ज्ञाना प्रभु मुसकाना,
चरित बहु बिधि कीन्ह चहै,
कहि कथा सुहाई मातु बुझाई,
जेहि प्रकार सुत प्रेम लहे।।

माता पुनि बोली सो मति डोली,
तजहु तात यह रूपा,
कीजै सिसुलीला अति प्रियसीला,
यह सुख परम अनूपा।।

सुनि बचन सुजाना रोदन ठाना,
होई बालक सुरभूपा,
यह चरित जे गावहि हरिपद पावहि,
ते न परहिं भवकूपा।।

भए प्रगट कृपाला दीनदयाला,
कौशल्या हितकारी,
हरषित महतारी मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप बिचारी।।

श्री राम के जन्म और उनके जीवन के कृत्यों की महिमा अनंत है। भगवान श्री राम ने अपना जीवन सत्य, धर्म और प्रेम की मिसाल के रूप में व्यतीत किया। भए प्रगट कृपाला दीनदयाला जैसे भजन हमें याद दिलाते हैं कि हमें भी राम के मार्ग पर चलकर उनके द्वारा दिखाए गए आदर्शों का पालन करना चाहिए। राम के बिना जीवन अधूरा है, और जैसे राम का नाम सुख-संस्थापक है, हमें उनके नाम का जप जीवन में शांति और संतोष प्राप्त करने के लिए करना चाहिए।

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