अवध बिहारी हो हम आए शरण तिहारी लिरिक्स

अवध बिहारी हो हम आए शरण तिहारी भजन में भक्तों की भगवान श्रीराम के प्रति गहरी भक्ति और समर्पण को दर्शाया गया है। यह भजन भगवान श्रीराम के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करने का एक सुंदर तरीका है, जहां भक्त अपने जीवन के सभी संकटों से मुक्त होने के लिए भगवान श्रीराम की शरण में आते हैं। अवध बिहारी शब्दों में भगवान राम के जन्मस्थान, अयोध्या, की याद दिलाई जाती है और भक्त पूरी निष्ठा और भक्ति से उनका आशीर्वाद प्राप्त करने की इच्छा व्यक्त करते हैं।

Avadh Bihari Ho Hum Aaye Sharan Tihari

अवध बिहारी हो,
हम आए शरण तिहारी,
गिरवर धारी हो,
हम आए शरण तिहारी।1।

महापातकी रहा अजामिल,
उसे मिला सुरधाम,
नारायण आ गए लिया जब,
पुत्र का अपने नाम,
संकट हारी हो,
आया शरण तिहारी,
अवध बिहारी हों,
हम आए शरण तिहारी।2।

जब जल में गजराज ग्राह में,
युद्ध हुआ घनघोर,
हार गया गज तो बोला,
दौड़ो नंद किशोर,
सुदर्शन धारी हो,
आया शरण तिहारी,
अवध बिहारी हों,
हम आए शरण तिहारी।3।

हिरणाकुश प्रहलाद को जब,
बाँधा खंबे के साथ,
तब बोला प्रहलाद कहाँ हो,
आओ दीनानाथ,
शरण हितकारी हो,
आया शरण तिहारी,
अवध बिहारी हों,
हम आए शरण तिहारी।4।

अवध बिहारी हो,
हम आए शरण तिहारी,
गिरवर धारी हो,
हम आए शरण तिहारी।5।

अवध बिहारी हो हम आए शरण तिहारी भजन भगवान राम के शरण में जाने और उनके आशीर्वाद के अनुरोध की सुंदर अभिव्यक्ति है। यह भजन राम नाम प्यारा है राम नाम गाएजा और राम लला का मंदिर भव्य बनाया है जैसे भजनों की तरह हमें राम के पवित्र नाम के प्रभाव और उनके भजनों के माध्यम से आत्मिक शांति की ओर प्रेरित करता है। श्रीराम के भजन न केवल जीवन को सही दिशा देते हैं, बल्कि आंतरिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति का भी मार्ग प्रशस्त करते हैं। हर भक्त के जीवन में राम का नाम सर्वोत्तम पूंजी है। जय श्रीराम!

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