आया तेरी शरण में यही सोचकर

जब जीवन के सारे रास्ते कठिन लगने लगें, जब मन में संशय और दुखों का भार बढ़ जाए, तब केवल एक ही स्थान शांति प्रदान करता है – प्रभु श्रीराम की शरण। आया तेरी शरण में यही सोचकर भजन इसी भक्तिभाव को व्यक्त करता है। जब कोई अपने सारे अहंकार, दुख और चिंताओं को त्यागकर भगवान की शरण में आता है, तब उसे सच्ची शांति और समाधान मिलता है।

Aaya Teri Sharan Me Yahi Sochkar

आया तेरी शरण में यही सोचकर,
सिंधु संसार से हम उबर जाएंगे,
आपने गर हमें नाथ ठुकरा दिया,
आप ही सोचिये हम किधर जाएंगे।1।

आपका नाम मोती है लेकर उसे,
प्रेम के तार में गूंथता रह गया,
आपने अपनी नज़रे अगर फेर ली,
सारे मोती जमीं पर बिखर जाएंगे,
आया तेरीं शरण में यही सोचकर।।

देखता हूँ सदा आपको पास में,
आप ही ही है बसे मेरी हर साँस में,
आप ही तो मसीहा अनाथों के है,
हमको ठुकराए तो किसके घर जाएंगे,
आया तेरीं शरण में यही सोचकर।3।

गलतियां हम किये होंगे इंसान है,
माफ करना प्रभु आपका काम है,
हम है ‘राही’ भटकते रहे उम्रभर,
साथ दे दो तो शायद सुधर जाएंगे,
आया तेरीं शरण में यही सोचकर।4।

आया तेरी शरण में यही सोचकर,
सिंधु संसार से हम उबर जाएंगे,
आपने गर हमें नाथ ठुकरा दिया,
आप ही सोचिये हम किधर जाएंगे।5।

श्रीराम की शरण में आने से जीवन की सारी उलझनें समाप्त हो जाती हैं, क्योंकि वे करुणामय, दयालु और भक्तवत्सल हैं। जब हम उनकी शरण में आकर समर्पण करते हैं, तब वे हमें हर संकट से उबार लेते हैं। अगर यह भजन आपको भक्ति और श्रद्धा के मार्ग पर ले जा रहा है, तो आप “राम नाम की महिमा, श्रीरामचंद्र कृपालु भज मन, हनुमान जी के श्रीराम प्रेम की कथा, और “अवधपुरी में दीप जले हैं सिया संग मेरे राम चले हैं” जैसे अन्य भजन और लेख भी पढ़ सकते हैं। 🚩 जय श्रीराम! 🚩

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