आ मन बैठ जरा राम जी के चरणों में भजन लिरिक्स

आ मन बैठ जरा राम जी के चरणों में भजन हमें राम जी की भक्ति की ओर प्रेरित करता है। यह भजन हमें अपनी भाग-दौड़ और तनावपूर्ण जीवन से थोड़ी देर के लिए रुकने और भगवान के चरणों में आत्मसमर्पण करने की सलाह देता है। जब हम अपने मन को शांत करते हैं और भगवान श्रीराम के चरणों में समर्पित होते हैं, तब जीवन की परेशानियाँ हल हो जाती हैं और आत्मिक शांति मिलती है। इस भजन के माध्यम से हम सिखते हैं कि सच्ची सुख-शांति और आनंद राम के नाम और उनके चरणों में ही है।

Aa Man baith Jara Ram ji ke Charano mein

आ मन बैठ जरा
राम जी के चरणों में,
राम जी के चरणों में
श्याम जी के चरणों में,
आ मन बैठ ज़रा
राम जी के चरणों में।।

सुबह हुई शाम हुई
जिन्दगी तमाम हुई,
जिन्दगी को अपना बना
श्री राम जी के चरणो में,
आ मन बैठ ज़रा
राम जी के चरणों में।।

ये जग सपना है,
कोई ना अपना है
रामजी को अपना बना,
श्री राम जी के चरणो में
आ मन बैठ ज़रा,
राम जी के चरणों में।।

काम और क्रोध तेरा,
कुछ न बिगाड़ेंगे
नाम वाली जोत जगा,
श्री राम जी के चरणो में
आ मन बैठ ज़रा,
राम जी के चरणों में।।

करुणा की एक नजर,
पड़ जाये तुझपे अगर
तेरा उद्धार होगा,
श्री राम जी के चरणो में
आ मन बैठ ज़रा,
राम जी के चरणों में।।

आ मन बैठ जरा,
राम जी के चरणों में
राम जी के चरणों में,
श्याम जी के चरणों में
आ मन बैठ ज़रा,
राम जी के चरणों में।।

आ मन बैठ जरा राम जी के चरणों में भजन हमें आंतरिक शांति और भक्ति की ओर मार्गदर्शन करता है। इस भजन का संदेश है कि जब हम भगवान श्रीराम के चरणों में ध्यान लगाते हैं, तो हमारी सभी चिंताएँ समाप्त हो जाती हैं और हमें जीवन की वास्तविक खुशी मिलती है। अन्य भजनों जैसे राम नाम का अमृत पीले जन्म सफल हो जाएगा और कुटुंब तजि शरण राम तेरी आयो में भी यही भावना है कि सच्ची भक्ति और समर्पण से ही हम जीवन में सुख और शांति पा सकते हैं। राम जी की भक्ति में जीवन को समर्पित करना ही सच्ची पूजा है। जय श्रीराम!

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